राष्ट्रवादी ने किया लॉकडाउन का विरोध; मुख्यमंत्री से कहा- अन्य विकल्पों पर करें विचार

राज्य में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण एक ओर राज्य सरकार लॉकडाउन के संकेत दे रही है वही दूसरी ओर महाविकास आघाडी की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सलाह दी है कि वे अन्य विकल्पों पर विचार करें क्योंकि लॉकडाउन राज्य और लोगों के लिए उचित नहीं है।

मीडिया से बात करते हुए  नवाब मलिक ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना मरीजो की संख्या बढ़ रही है। एक ही दिन में 40,000 से अधिक मरीज मिले हैं। निश्चित ही  लॉकडाउन राज्य और जनता के लिए उचित नहीं होगी। हम सभी ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि लॉकडाउन के अलावा अन्य विकल्प पर विचार करे। मरीजो की बढती संख्या को देखते हुए उन्होंने प्रशासन से लॉकडाउन की तैयारी करने को कहा है इसका मतलब यह नहीं है कि लॉकडाउन ही एक विकल्प है। अगर लोग नियमों का पालन करते हैं तो लॉकडाउन से बचा जा सकता है।

लॉकडाउन के बजाय सख्त प्रतिबंध!

राज्य में कोरोना के प्रकोप को नियंत्रित करने की चुनौती महाविकास आघाडी सरकार के सामने है। हालांकि, सरकार ने संकेत दिया है कि वह टोटल लॉकडाउन लगाने के बजाय सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सख्त प्रतिबंध पर जोर देगी।

राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, उपनगरीय रेल यातायात फिलहाल जारी रहेगी। हालांकि, रेस्तरां, मॉल, सार्वजनिक स्थान, निजी कार्यालय और पब पर भीड़ कम करने के लिए सख्त प्रतिबंध लगाए जाएंगे। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया जाएगा कि 50 प्रतिशत से कम स्टाफ की उपस्थिति के नियम को सख्ती से पालन किया जाए।

राज्य के पुनर्वसन विभाग के सचिव असीम गुप्ता ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर नागरिकों की मुक्त आवाजाही पर कुछ प्रतिबंध लगाने के लिए योजना बनाई जा रही है। गुप्ता ने कहा कि अगर मरीजों की संख्या कम नहीं हुई,  तो हम अगले स्तर पर सख्त प्रतिबंध लगाने का कदम उठाएंगे। हम ऐसी परिस्थिति का निर्माण नहीं करना चाहते हैं जहां प्रवासी श्रमिक घबराएं और अपने गृहनगर लौट जाएं। पिछले साल जैसी मुश्किल परिस्थिति फिर से नहीं होगी। लेकिन नियम तोड़ने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी। गुप्ता ने कहा कि इसके साथ ही नियमों और प्रतिबंधों को सख्ती से लागू किया जाएगा।

रविवार को कोरोना एक्शन फोर्स के सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की समीक्षा बैठक हुई। इसमें  विशेषज्ञ डॉक्टरों ने कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए कठोर उपाययोजनाओ की आवश्यकता पर बल दिया। जब तक भीड़ कम नहीं होती, तब तक  मरीजों की संख्या पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता है। कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए मंगलवार को एक बैठक आयोजित की जाएगी।