हंगामे के बीच बदल दिया क्रीडांगण का नाम

पिंपरी: समाचार ऑनलाइन- सभागृह में जारी हंगामे का फायदा उठाते हुए पिंपरी चिंचवड़ मनपा के सत्तादल भाजपा ने एक उपसुझाव के जरिए चिंचवड़ शाहूनगर स्थित स्व सदाशिव बहिरवाड़े क्रीडांगण का नाम बदल दिया। जबकि इस नामकरण का विषय न्याय प्रविष्ट है। इसके बावजूद राष्ट्रवादी कांग्रेस समेत विपक्षी दलों को अंधेरे में रखकर हड़बड़ी में इसका प्रस्ताव पारित कराया गया। इस पर राष्ट्रवादी के नगरसेवकों ने कड़ी नाराजगी जताई। सभा की अध्यक्षता उपमहापौर सचिन चिंचवड़े ने की।
इस सभा के समक्ष पिंपरी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का स्मारक बनाने का प्रस्ताव पेश किया गया था। इस प्रस्ताव पर भाजपा नगरसेवक केशव घोलवे ने चिंचवड़ के शाहूनगर स्थित क्रीडांगण का स्व सदाशिव बहिरवाडे क्रीडांगण नामकरण रद्द कर राजर्षि शाहू महाराज ऐसा नामकरण करने का उपप्रस्ताव पेश किया। हड़बड़ी में यह उपप्रस्ताव अधूरा ही पढ़ा गया और सभाध्यक्ष चिंचवड़े ने भी बिना किसी चर्चा के यह प्रस्ताव पारित किए जाने की घोषणा कर दी। राष्ट्रवादी काँग्रेस के नगरसेवकों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई मगर सत्तादल ने उसे नजरअंदाज करते हुए सभा का कामकाज निपटाया।
विपक्षी दलों के सदस्यों ने सत्तादल को चेताया कि, राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकाल में किसी नगरसेवक के पिता का नाम किसी परियोजना को दिया गया हो तो उसे इस तरह से रद्द करना गलत है। क्योंकि परियोजनाओं को यहां के भूमिपुत्रों ने अपनी जमीनें दी हैं। नामकरण के साथ उनकी भावनाएं जुड़ी हैं। सत्ता बदल गई तो पुरानी योजनाओं के नाम बदलने की गलत प्रथा को शुरुवात न करें, अन्यथा शहर की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी। विपक्षी दल के नेता नाना काटे, पूर्व विपक्षी नेता दत्ता साने, नगरसेवक राजू मिसाल, मोरेश्‍वर भोंडवे, अजित गव्हाणे, मयूर कलाटे, शिवसेना गटनेते राहुल कलाटे, स्वीकृत सदस्य भाऊसाहेब भोईर आदि ने इस फैसले का विरोध जताया।