नागपुर , 14 सितंबर : Nagpur | जिला परिषद् के चुनाव पर लगी रोक चुनाव आयोग ने हटा दी है। राज्य और जिला परिषद् में कांग्रेस (congress), एनसीपी (NCP) और शिवसेना (shivsena) के महाविकास आघाडी (Maha Vikas Aghadi) की सत्ता होने के बावजूद (Nagpur) इस उपचुनाव में महाविकास आघाडी में फूट पड़ गई है। कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन हो गया है। इस चुनाव में शिवसेना अकेले लड़ेगी।
कांग्रेस ने 16 में से 10 सीटों पर जबकि राष्ट्रवादी 5 और शेतकरी कामगार पार्टी के लिए एक सीट छोड़ी गई है। शिवसेना अकेले दम पर 12 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस और एनसीपी के बीच आखिरकार समझौता हो गया और कांग्रेस के लिए राजोला, गुमथाला और नीलडोह सीट छोड़ा गया है। जबकि इसासनी सीट एनसीपी के लिए छोड़ी गई है। कांग्रेस ने उम्मीदवार देने में कोई बदलाव नहीं किया है। जिला परिषद् के उपाध्यक्ष मनोहर कुंभारे की पत्नी को सुमित्रा कुंभारे को उम्मीदवार बनाया गया है। जबकि गोधनी रेलवे के मौजूदा सदस्य ज्योति राऊत को छोड़कर कांग्रेस कमिटी के सचिव कुंदा राऊत को उम्मीदवार बनाया गया है। राष्ट्रवादी ने भी अपने उम्मीदवार नहीं बदले है। गुट नेता चंद्रशेखर कोल्हे को पारडसिंगा सर्कल महिला के लिए आरक्षित होने की वजह से उनकी पत्नी शारदा कोल्हे को मैदान में उतारा गया है। जबकि विष्णुपुर के मौजूदा सदस्य पूनम जाधव की जगह उनके पति प्रवीण जाधव को मैदान में उतारा गया है।
1115 केंद्र पर होगा मतदान, 6 लाख मतदाता
जिला परिषद् के 16 व पंचायत समिति के 31 सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी। इसके लिए 1115 मतदान केंद्र बनाये गए है। 6 लाख 16 हज़ार 16 मतदाता है। चुनाव के लिए 13 चुनाव निर्णय अधिकारी व 13 जॉइंट चुनाव निर्णय अधिकारी की नियुक्ति की गई है। चुनाव सम्पन्न कराने में 4,108 कर्मचारी लगेंगे।
सभा के लिए 50 लोगों की परमिशन
चुनाव आयोग ने कोरोना को देखते हुए प्रचार पर हल्का प्रतिबंध लगाया है। उम्मीदवारों को सभा और बैठकों के लिए 50 लोगों की परमिशन दी गई है। इसके लिए प्रशासन से परमिशन लेनी होगी।
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