नागपुर (Nagpur News) : पूर्व मुख्य न्यायाधीश शरद बोबडे (Former Chief Justice Sharad Bobde) की मां मुक्ता बोबडे (Mukta Bobde) का मंगलवार सुबह 4 बजे के आसपास नागपुर (Nagpur) के निवास स्थान पर निधन (Death) हो गया। वे 96 वर्ष की थीं। कई दिनों से उनका इलाज चल रहा था। लेकिन सोमवार से उनका शरीर इलाज को रिस्पॉन्स देना बंद कर दिया। उसके बाद आधी रात को उनकी स्थिति नाजुक हो गई और उनका निधन हो गया। वे अपने पीछे बहुत बड़ा परिवार छोड़ गई हैं। उनका अंतिम संस्कार (Nagpur) शाम 4 बजे मोक्षधाम घाट (Mokshadham Ghat) में किया जाएगा।
शरद बोबडे देश के 47वें मुख्य न्यायाधीश थे। वे 23 अप्रैल तक इस पद पर कार्यरत थे। ऐतिहासिक अयोध्या मामला, नागरिकता कानून, स्थानांतरित मजदूर, कृषि कानून सहित कई मुद्दों पर उन्होंने सुनवाई की। वे 23 अप्रैल को सेवानिवृत्त हुए। अपने कार्यकाल के अंतिम दिन उन्होंने कोविड-19 के संदर्भ में सुनवाई की थी।
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