महाराष्ट्र के नागपुर में दुष्कर्म के बाद की हत्या ; सास को दरवाजे पर देखकर उसका गला काटा

 

नागपुर, 22 जून : किसी को कितना भी गुस्सा आ जाये फिर भी वह व्यक्ति घंटे-दो घंटे में शांत हो जाता है।  अपनों का खून देखकर व्यक्ति पाश्चाताप की आप में जलता है।  लेकिन निर्दयी और कुकर्मी अलोक मातुरकर के मन में क्रोध की ऐसी आग भड़की थी कि वह रात में तीन लोगों की हत्या करने के बाद ही शांत हुई।  यह भयानक घटना सोमवार की सुबह 11 बजे सामने आई. पाप की इस घटना से चीमाबाईपेठ के लोग सिहर गए है।  वे एक दूसरे से सवाल कर रहे है कि रविवार की रात किसी को इसकी थोड़ी भी भनक नहीं लगी।  पुलिस की प्राथमिक जांच के बाद कलेजे को कंपा देने वाली जानकारी सामने आई हैं।

15 वर्ष पहले घर से भागकर प्रेम विवाह करने की वजह से सभी लोगों ने उसे बहिष्कृत कर दिया था। इसकी परवाह न करते हुए उसने अपनी मेहनत से संसार खड़ा किया था।  उसे अपनी पत्नी विजया से काफी प्रेम था।  बेटे और बेटी ओर वह जान छिड़कता था। साली से भी उसे उतना ही प्रेम था।  रिश्तेदारों के साथ वह बेहद सरलता से पेश आता था। कई वर्षों तक उसके साथ कई लोगों ने बात नहीं की थी।  इसकी परवाह न करते हुए उसने अपना बिज़नेस बढ़ाया।
बेटी परी और बेटे साहिल को वह फूल की तरह रखता था। इसके बावजूद वह इतना आक्रोशित कैसे हो गया की उसके सबको निर्दयता से मार डाला।  यह सवाल रिश्तेदारों  उठ रहा है। रिश्तेदारों के इन सवालों का जवाब ढूंढने के लिए पुलिस अधिकारियों से  बात की गई।  इसमें अनैतिक संबंध, अलोक की शरीर संबंधी विकृति और उसके बाद पैदा हुई स्थिति की वजह सामने आई है।
उसका हस्तक्षेप और उसका गुस्सा 
अलोक की शादी के उसकी साली की उम्र केवल 5 से 7 वर्ष थी।  वह शुरू से ही अलोक के पास रहती थी।  इन दोनों के अनैतिक संबंध से सारी मर्यादा तोड़ दी।  लेकिन डबल उम्र के जीजा के साथ उसका रहना संभव नहीं था।  उसके कई दोस्त बनाये।  इसकी वजह से उसका क्रोध और हस्तक्षेप बढ़ा।  मामला मारपीट तक चला गया।  वह हक़ जताने लगा था।
और भड़का गुस्सा 
रविवार की रात 11. 15 में अलोक ने अपने दोस्त को फ़ोन किया और कहा की इसका गंभीर परिणाम होगा।  इसके बाद सास आलोक के घर आई।  वहां  दोनों के बीच तीखी बहस हुई और उसका गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच गया।  इसके बाद ही एक भयंकर घटना की शुरुआत हुई।
बलात्कार कर की हत्या 
आरोपी आलोक ससुराल पहुंचा।  उसने तेज धार हथियार का डर दिखाकर अमीषा से बलात्कार किया।  इसके बाद उसका गला काट दिया।  अर्धनग्न अवस्था में शव को छोड़कर निकलने वाला था तभी दरवाजे पर सास मिल गई।  इसके बाद उसने सास की भी गला काटकर हत्या कर दी।
कुकर्मी घर लौटा 
मध्य रात्रि के बाद उसने पत्नी के साथ जबर्दस्ती संबंध बनाने का प्रयास किया।  लेकिन पत्नी ने रक्त से सने कपड़ों को देखकर संबंध बनाने से इंकार कर दिया।  इसके बाद उसने विजया की हथियार से गला चीड़ दिया।  आवाज सुनकर बेटा जाग गया।  परी ने भी विरोध किया।  इसके बाद उसने दोनों के हाथ पैर बांध दिए। इसके बाद भी उनका विरोध जारी रहा।  इससे गुस्से में आकर उसने हतोड़े से सिर पर वार कर परी की हत्या कर दी।  इसके बाद सोचा बेटा किसलिए जिन्दा रहे तो उसके मुंह पर तकिया से दबाकर उसकी हत्या कर दी।  पुलिस स्थिति की समीक्षा करने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची है।
अमीषा ने की मरने से पहले  ऑडियो रिकॉर्डिंग 
आलोक के घर में आते ही अमीषा ने अपने मोबाइल में ऑडियो रिकॉर्डिंग शुरू कर दी थी।  इसलिए अमीषा से बलात्कार करने से पहले और इसके बाद आरोपी के साथ उसके हुए विवाद, इसके बाद उसकी मां की हत्या और पूरा घटनाक्रम अमीषा के मोबाइल में रिकॉर्ड हो गया है। यह रिकॉर्ड पुलिस के हाथ लग गया है।
पहले ही रची थी साजिश 
आलोक ने हत्याकांड की कहानी पहले ही रच ली थी।  इसकी पुष्टि करने वाला महत्वपूर्ण सबूत पुलिस के हाथ लगा है।  आरोपी अलोक ने ऑनलाइन चाक़ू का एक सेट मंगाया था. इसे घरेलु इस्तेमाल के लिए बताकर बेटी के नाम पर मंगाया था।  तीन दिन पहले इसकी डिलीवरी हुई थी।  सेट के एक चाकू से उसने पत्नी, साली और सास का गला  काटने की जानकारी सामने आई है।