मुंबई, 17 सितंबर : Mumbai | फायर ब्रिगेड के नरीमन पॉइंट में केंद्र प्रमुख उत्कर्ष बोबडे की गुरुवार रात नींद में ही मौत हो गई। वे केवल 38 वर्ष के थे। उनके परिवार (Mumbai) की मांग है कि उत्कर्ष की मौत ड्यूटी के दौरान होने की बात मानी जाए।
बोबडे 2006 में बृहन्मुम्बई मनपा के फायर ब्रिगेड से जुड़े थे। फ़िलहाल वे नरीमन पॉइंट में सीनियर फायर ब्रिगेड अधिकारी के रूप में तैनात थे। उन्होंने वडाला के कमांडिंग सेंटर में गुरुवार की सुबह साढ़े 7 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक ट्रेनिंग ली। यहां पर 20 किलो का वजन पीठ पर लेकर श्वसन उपकरण प्रैक्टिस किया। सीढ़ी चढ़ना, ट्रेड मिल, साईकिल चलाना, छोटे और बड़े पाइप से 20 किलो का वजन लेकर दूसरी तरफ जाना जैसे जोखिम भरी ट्रेनिंग की।
प्रैक्टिस पूरी करने के बाद घर आकर शांति से सो गए और नींद में ही उन्हें हार्ट अटैक आया और उनकी जान निकल गई। फायर ब्रिगेड के प्रमुख हेमंत परब ने यह जानकारी दी।
घटना के संबंध में बोबडे की मौत ड्यूटी की अवधि में होना मानने की मांग फायर ब्रिगेड ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ऐड, प्रकाश देवीदास ने की है। बोबडे के परिवार ने भी यही मांग की है।
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