Mumbai Crime | कोरोना काल में मुंबई में खूब फला-फूला ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’, पुलिस की गिरफ्त में आए अब तक पांच फर्जी डॉक्टर

मुंबई (Mumbai News) – कोरोना काल में एक साधारण छींक भी आये तो लोग टेंशन में आ जा रहे है। लेकिन, सही इलाज (Mumbai Crime) से कोरोना को भी मात दिया जा सकता है। पहले तो लोग कोरोना की डर से डॉक्टर के पास जाने से डरते थे, लेकिन, अब नागरिक डॉक्टर के पास जाकर इलाज करवा रहे हैं। लेकिन (Mumbai Crime) अब डर इस बात का बढ़ गया है कि बिना सर्टिफिकेट, डॉक्टर की डिग्री, इलाज का कोई अनुभव नहीं होने पर भी फर्जी डिग्री (fake degree) के आधार पर फर्जी डॉक्टर (fake doctor) बनाए जाते हैं।

चौंकाने वाली बात यह है कि यह फर्जी चिकित्सा पद्धति (fake medical practice) मुंबई (Mumbai Crime) जैसे शहर में चल रही है। मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने इस फर्जी चिकित्सा पद्धति का पर्दाफाश करने के आरोप में 5 मुन्नाभाई एमबीबीएस (Munnabhai MBBS) (फर्जी डॉक्टर) को गिरफ्तार (Arrest) किया है। पांच फर्जी डॉक्टरों को मुंबई के शिवाजीनगर और गोवंडी इलाके से गिरफ्तार किया गया है। शिवाजीनगर और गोवंडी इलाकों में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो लगातार व्यस्त हैं। मुंबई पुलिस को शक है कि 5 मुन्ना भाई भी कोरोना से हुई आर्थिक तंगी का फायदा उठाकर सभी फर्जी डॉक्टर (fake doctor) कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे थे।

ऐसा इसलिए है क्योंकि कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं एंटीबायोटिक टैबलेट, सर्जिकल टे, पैरासिटामोल डेक्सा टैबलेट, टोरमोक्सन 500 मिलीग्राम, सीरिंज सेलाइन बॉटल, एंटासिड टैबलेट, बायोमेडिकल वेस्ट मैटेरियल, एंटीबैक्टीरियल दवाएं, रैंडीकैन दी जाती है। पुलिस इन सब दवाई को जब्त किया। है हालांकि इनमें से कोई भी दवा बहुत अधिक या बहुत कम दी जाए तो रोगी की मृत्यु (Death) हो सकती है। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा (medical education) की आवश्यकता है। लेकिन, इन 5 फर्जी डॉक्टरों के पास भले ही मेडिकल लाइसेंस (medical license) नहीं है, लेकिन इन 5 फर्जी डॉक्टरों का ये जानलेवा खेल पिछले कुछ सालों से चल रहा था।

दरअसल मुंबई पुलिस को उनके मुखबिरों से सूचना मिली थी। मिली जानकारी के अनुसार, मुंबई पुलिस ने मुंबई नगर निगम स्वास्थ्य विभाग (Mumbai Municipal Corporation Health Department) की मदद से इन 5 फर्जी डॉक्टरों के क्लीनिक पर छापा मारा। इस दौरान इन 5 फर्जी डॉक्टरों के पास कोई आधिकारिक मेडिकल लाइसेंस नहीं था और न ही ये महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल (Maharashtra Medical Council) में पंजीकृत थे।

फर्जी डॉक्टरों को शिवाजीनगर थाने (Shivajinagar Police Station) में दर्ज कर फर्जी डॉक्टरों को आगे की कार्रवाई के लिए शिवाजीनगर पुलिस (Shivajinagar Police) को सौंप दिया गया है। इस ऑपरेशन में मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट 6 (Mumbai Crime Branch Unit 6) के पुलिस निरीक्षक हणमंत ननावरे (Police Inspector Hanmant Nanaware) और नितिन सावंत (Nitin Sawant) ने अहम भूमिका निभाई है। इस कारवाई में बृहन्मुंबई महानगरपालिका, “एम-वाड पूर्व’ के सहाय्यक वैद्यकिय अधिकारी डॉ. प्रिया कोळी (Dr. Priya Koli) समेत 5 डॉक्टरों की मेडिकल टीम ने मदद की।

मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की इस कार्रवाई के कारण हजारों-लाखों मुंबईकरों की जान बच गई। इस कार्रवाई की सह पुलिस आयुक्‍त (गुन्हे) मिलींद भारंबे, मा.उपर पुलिस आयुक्त विरेश प्रभु, मा.पुलिस उप आयुकत, (प्र-१) दत्ता नलावडे, मा.सहाय्यक पुलिस आयुक्‍त (डी-पूर्व) नितीन अलकनुरे ने सराहना की।

 

 

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