’56 इंच की छाती वाले प्रधानमंत्री के रहते सांसद असुरक्षित’?

मुंबई : ऑनलाइन टीम – दादरा नगर हवेली के सांसद मोहन डेलकर ने 22 फरवरी को मुंबई के मरीन ड्राइव के एक होटल में आत्महत्या कर ली थी। उनका आत्महत्या का मामला अब राज्य में राजनीति माहौल को गर्म कर रहा है। राज्य के अधिवेशान सत्र के दौरान मोहन डेलकर मामले में केंद्र के भाजपा सरकार ने क्या किया? ऐसा सवाल पूछा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को राज्य सरकार से इस संबंध में मामला दर्ज करने को कहा। इस मुद्दे पर नाना पटोले ने केंद्र की मोदी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की।

नाना पटोले ने क्या कहा?

नाना पटोले ने विधान भवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि मोहन डेलकर के सुसाइड नोट में भाजपा के गुजरात के पूर्व गृहमंत्री प्रफुल खोडा पटेल और वहां की व्यवस्था का आरोप है। सुसाइड नोट में जिन लोगों का जिक्र किया है, उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। केंद्र की मोदी सरकार और गुजरात की भाजपा सरकार ने एक आदिवासी सांसद को आत्महत्या के लिए मजबूर करने की कोशिश की है। डेलकर ने अपने सुसाइड नोट में संकेत दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से भी मुलाकात की थी।

प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव में कहा था की गुजरात बनाने के लिए 56 इंच का सीना चाहिए। लेकिन जहां सांसद सुरक्षित नहीं हैं, वहां के लोग कैसे सुरक्षित रह सकते हैं? ऐसे शब्दों में नाना पटोले ने मोदी सरकार की आलोचना की है।