सांसद गिरीश बापट ने दो विधायकों के संघर्ष को सार्वजनिक कर नया विवाद खड़ा किया

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – पिंपरी-चिंचवड़ मनपा में भाजपा की सत्ता आने के बाद से भोसरी के विधायक महेश लांडगे व चिंचवड़ के विधायक लक्ष्मण जगताप के बीच छिपे रूप में चल रहे संघर्ष की घोषणा कर नवनिर्वाचित सांसद गिरीश बापट ने शहर के राजनीतिक परिदृश्य में नया विवाद खड़ा कर दिया है. पद वितरण को लेकर दो लोगों के बीच विवाद की बात कही जाती थी लेकिन गिरीश बापट द्वारा पहली बार इसे लेकर खुलेआम बयान देने के बाद शहर की कार्यकारिणी में फेरबदल का वक्त आ गया है.

पिंपरी-चिंचवड़ में भाजपा के सहयोगी सदस्य महेश लांडगे और भाजपा के टिकट पर विधायक बने लक्ष्मण जगताप का मनपा में सत्ता वितरण को लेकर घटी कई घटनाएं इससे पहले घट चुकी है. लेकिन एक दूसरे का शाह-मात देते हुए भी दोनों ने अपने या पार्टी के बीच किसी तरह के संघर्ष की बात नहीं कही है.

महापौर रहे हो या स्थानीय स्तर पर अध्यक्ष पद मिला हो या प्रभाग समिति का चुनाव हो अथवा विषय समिति का चुनाव में अपने समर्थकों को इन पदों पर बिठाने और अपने आदेशों पर मनपा का कामकाज चलाने की कोशिश की वजह से पिछले ढाई सालों में दोनों विधायकों के बीच छिपे तौर पर संघर्ष चलता रहा है. मार्च में हुई स्थायी समिति अध्यक्ष के चुनाव में एक बार फिर से दोनों विधायकों का विवाद सामने आ गया था. लेकिन दोनों ने इसे लेकर कोई बयान नहीं दिया था.

पार्टी स्तर पर इस विवाद को मिटाने में आज तक पार्टी के सीनियर नेता सफल नहीं हो पाए. ठेकेदार और कार्यों  के वितरण को लेकर कई बार दोनों में अंदरुनी खटपट हो चुकी है. लेकिन दोनों फिर भी सबकुछ सही होने का दिखाबा करते रहे. लेकिन उनके बीच चल रहे विवाद को सार्वजनिक तौर पर बताकर गिरीश बापट ने पार्टी के अंदर सबकुछ ठीक नहीं होने का संकेत दे दिया है. विधानसभा चुनाव के ऐन मौके पर पार्टी का विवाद चौराहे पर रखने से पार्टी स्तर और राज्य के स्तर पर इसे लेकर आलोचना हुई.

विधानसभा चुनाव के ऐन पहले पार्टी के अंतर्गत के विवाद को चौराहे पर रखने से पार्टी में नया विवाद शुरू होने के संकेत मिल रहे है.  विवाद को प्रेम की झप्पी दें बॉक्स महेश लांडगे और लक्ष्मण जगताप के विवाद को सांसद गिरीश बापट ने दोनों के बीच का प्रेम का विवाद बताया है. विवाद को प्रेम की झप्पी दिया गया होता तो मनपा में संघर्ष दूर होने की संभावना है. अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए भविष्य में एक दूसरे को गिराने की राजनीति शुरू हो जाए तो कोई आश्चर्य नहीं.

सबकुछ ठीक : महापौर वहीं इस मामले में महापौर राहुल जाधव का कहना है कि महापौर हो या स्थायी समिति अध्यक्ष या मनपा की अन्य समिति शहर के दोनों विधायकों और सदस्यों के एकजुट विचार से ही कोई निर्णय होता है. इसमें कोई विवाद नहीं. शहर के विकास के लिए भाजपा एकजुट होकर काम कर रही है और सबकुछ ठीक है.