मप्र : केंद्रीय दल बाढ़ से नुकसान का जायजा लेगा

भोपाल, 16 (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण बने बाढ़ के हालात से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। इस बीच केंद्र सरकार ने भी नुकसान का आंकलन करने के लिए एक दल भेजने का आश्वासन दिया है। राज्य में बीते दिनों हुई बारिश के बाद बाढ़ के हालात बन गए हैं। इसके कारण बड़े पैमाने पर फसलों और संपत्तियों को नुकसान हुआ है। राज्य में 45 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है। बाढ़ से हुए फसलों के नुकसान का राजस्व और कृषि विभाग जायजा ले रहा है।

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य सरकार द्वारा राहत और बचाव कार्य के लिए किए जा रहे प्रयासों का ब्यौरा देते हुए केंद्र सरकार से तत्काल प्रारम्भिक आंकलन के लिए अध्ययन दल भेजने का आग्रह किया, जिस पर केन्द्र ने एक अंतरमंत्रालयी दल शीघ्र भेजने का आश्वासन दिया है।

राज्य के 36 जिले भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके चलते बाढ़ प्रभावित जिलों को 100 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है, ताकि प्रभावितों के रहने, खाने तथा अन्य नुकसान की भरपाई की जा सके। आपदा और बचाव कार्य पर 325 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

राज्य में सबसे बुरे हालात मालवा निमांड के इलाकों के हैं। सरदार सरोवर बांध का जलस्तर बढ़ने से अलिराजपुर, धार और बड़वानी जिले में तथा गांधी सागर के बांध के पानी से मंदसौर और नीमच जिले को भारी नुकसान हुआ है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में बाढ़ से 200 से ज्यादा लोगों, 630 से ज्यादा जानवरों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 230 से ज्यादा मकान पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं, जबकि लगभग 10 हजार मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है।