मां का दूध शिशु में बढ़ाता है रोग प्रतिरोधक क्षमता

पुणे। समाचार ऑनलाइन
मां का दूध शिशु के लिए अत्यंत आवश्यक एवं लाभकारी होता है। यह शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। नवजात को जन्म के तुरंत बाद से ही प्रथम 6 माह तक केवल माँ का दूध ही देना चाहिए। केवल विशेष परिस्थितियों में ही चिकित्सकीय सलाहानुसार शिशु को अन्य कोई तत्व पान करवाना चाहिए।

[amazon_link asins=’B07C6J51VB,B01BKEZYBY,B077XXRDJM’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’a578d7af-997a-11e8-a299-ef905662d9f6′]

आइए जानते हैं क्या हैं फायदे…
माँ का दूध प्राकृतिक रूप से शिशु वृद्धि के लिए आवश्यक सभी घटकों से परिपूर्ण होता है। इसमें विटामिन ए, बी एवं डी, सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम भी पर्याप्त मात्रा में मिलता है।
स्तनपान करने वाले बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता तुलनात्मक रूप से अधिक होती है। माँ का दूध उन्हें सर्दी , जुकाम , खांसी या अन्य संक्रमण से बचाने में सहायक होता है। अन्य प्रकार की बीमारी की सम्भावना भी स्तनपान करने वाले शिशुओं में कम होती है।
स्तनपान कराने से शिशुओं को भावी जीवन में कुपोषण, मोटापा, दमा, निमोनिया, उच्च रक्तचाप, मधुमेह इत्यादि  रोगों से ग्रसित होने की संभावना कम होती है।
स्तनपान से शिशु को डी एच ए मिलता है जो दिमाग को तेज बनाता है। स्तनपान की प्रक्रिया भी शिशु को मानसिक रूप से सुदृढ़ बनाने में सहायक होती है। इससे शिशु को भावनात्मक सुरक्षा का अहसास मिलता है जो मस्तिष्क के उचित विकास में मददगार होता है।