बीएसएनएल, एमटीएनएल के 60 हजार से अधिक कर्मचारी चाहते हैं वीआरएस

नई दिल्ली: समाचार ऑनलाइन – सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) और महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) के 60,000 से अधिक कर्मचारियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का विकल्प चुनते हुए आवदेन किए हैं। उनमें बीएसएनएल के कर्मचारियों की संख्या 57 हजार से अधिक हैं।  दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश ने यह जानकारी दी है।

इस संदर्भ में बीएसएनएल ने कहा है कि, “स्कीम के तहत स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पाने के विकल्प चार नवंबर से तीन दिसंबर तक खुले रहेंगे और इस योजना के तहत स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की प्रभावी तिथि 31 जनवरी, 2020 होगी.”

क्या है स्कीम?

वीआरएस के तहत, 53.5 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों को उनके वेतन का 125 फीसदी मिलेगा, जो वे अपनी सेवा की शेष अवधि में कमाई कर सकते हैं. इसके अलावा 50 से 53.5 साल के आयु वाले कर्मचारियों को उनके उतने वेतन का 80 से 100 फीसदी तक भुगतान किया जाएगा, जिसे वह अपनी सर्विस की शेष अवधि में हासिल कर सकते हैं. वीआरएस का चयन करने पर 55 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों की पेंशन तभी शुरू की जाएगी जब वे 60 साल पूरा कर लेंगे.

सर्कल अधिकारी करेंगे योजना का प्रसार 

बीएसएनएल ने अपने सर्कल अधिकारियों को इस योजना का प्रचार करने का निर्देश दिया है, ताकि भारी संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत्ति का विकल्प चुनकर कंपनी में निर्धारित समय सीमा के अंदर इस स्कीम का लाभ उठा सकें. सभी सर्कल को ओपन हाउस सेशन आयोजित करने हैं, ताकि कर्मचारियों को इस योजना के बारे में अधिकतम जानकारी प्रदान की जा सके. माना जा रहा है कि इससे वे अपने रिटायरमेंट के निर्णय के बारे में गंभीरता से सोच सकेंगे. इसके अलावा स्कीम की मुख्य विशेषताओं को उजागर करने के लिए बिलबोर्ड की भी व्यवस्था की जानी है.