‘राज्य में कोरोना के कारण 30,000 से अधिक मौतों को रोका जा सकता था’

मुंबई : ऑनलाइन टीम – पिछले एक साल से देश में व्याप्त कोरोना संक्रमण का संकट अभी तक कम नहीं हुआ है। जिसने महाराष्ट्र में भी मुश्किल स्थिति पैदा कर दी है। महाराष्ट्र में कोरोना पहले स्थान पर है। यहां एक बार फिर कोरोना ने जोर पकड़ा है। इस बीच विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में कोरोना की स्थिति को लेकर एक बार फिर राज्य सरकार पर हमला बोला है।

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आज विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चल रही बहस में बोलते हुए देवेंद्र फडणवीस ने सदन के सामने आंकड़े पेश किए और राज्य सरकार की तीखी आलोचना की। फडणवीस ने कहा कि लगातार कम परीक्षण से राज्य में कोरोना बढ़ा है। राज्य में कोरोना की स्थिति आज भी गंभीर है। अगर महाराष्ट्र में महाविकास की सरकार ने कोरोना के मुद्दे को ठीक से संभाला होता तो 9 लाख 55 हजार मरीज पीछे रह जाते। साथ ही, 30,900 मौतें नहीं हुई होती। अब यह किसकी जिम्मेदारी है?

आगे फडणवीस ने दावा किया कि ठाकरे सरकार कोरोना को संभालने में विफल रही है। हमारे राज्य में देश की कुल आबादी का केवल 9% है। लेकिन देश के सभी कोरोना में 33% मौतें अकेले महाराष्ट्र की होती हैं। देश में कुल कोरोना रोगियों में से 40% कोरोना रोगी राज्य में हैं। सक्रिय रोगियों की संख्या भी बड़ी है। वर्तमान में राज्य में 46,000 कोरोना रोगियों का इलाज चल रहा है।

देवेंद्र फड़नवीस ने भी कोरोना काल में भ्रष्टाचार के लिए राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की।  राज्य में कोरोना अवधि के दौरान जंबो कोविड केंद्र के माध्यम से हुआ।