Monsoon Session | ‘मेरा फोन टैप किया और उसका नाम अमजद खान रखा’, नाना पटोले ने सदन में लगाया गंभीर आरोप!

पुणे समाचार (Punesamachar Online) –  महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र (Monsoon Session) का आज दूसरा दिन है। एक तरफ जहां भाजपा विधायकों ने विधान भवन (Monsoon Session) के बाहर सदन की रौनक भरी वहीं सत्ता पक्ष ने भी सदन में गंभीर मुद्दे उठाए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक नाना पटोले (Nana Patole) ने इस मौके पर बोलते हुए फोन टैपिंग (Phone tapping) को लेकर गंभीर आरोप लगाए।

उन्होंने कहा- मेरा फोन 2016-17 में टैप किया गया था। मैं एक सांसद था, इसलिए मेरी हरकतों पर नजर रखने का कोई कारण नहीं था। लेकिन, मेरा फोन टैप कर दिया गया और मेरा नाम बदलकर अमजद खान कर दिया गया। नाना पटोले ने यह भी आरोप लगाया कि उनके साथ केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे के पीए और सांसद संजय काकड़े के फ़ोन को भी टेप किया गया था।

उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से नाम हैं। अपनों के फोन भी टैप किए गए। किसी की निजता का हनन करने का अधिकार किसी को नहीं है। धर्म यह भी कहता है कि यदि हम किसी की बात सुनें तो वह पाप है। मुझे नहीं पता कि सभ्य लोग अब इस तरह की राजनीति कर रहे हैं।  इस बीच नाना पटोले ने इस बार हमें मुसलमान (अमजद खान) क्यों कहा? इस पर आपत्ति जताई। “आपने केवल मुसलमानों का नाम क्यों लिया?” मैं सिर्फ अपना नाम रखना चाहता था। क्या इस तरह से हिंदुओं और मुसलमानों के बीच दरार पैदा करने और धर्म के नाम पर राजनीति के माध्यम से राज्य को जलाने का इरादा था?”

‘इस फोन को क्यों टैप किया गया था? इसके पीछे कौन है? ये फोन 2017-18 के दौरान पुणे पुलिस कमिश्नर के जरिए टैप किए गए थे। यह किसके आदेश से हुआ? चीनी मिलों के खिलाफ शिकायतों का अभियान चल रहा है। गडकरी ने भी शिकायत की है। उनके ही लोग अब पत्र दे रहे हैं। इस सब की जानकारी गृह मंत्री जी को दें। हम पर कोई काम या कारोबार नहीं करने का आरोप है। ड्रग्स की तस्करी कर रहा है। सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि जिन लोगों के फोन टैप किए गए, उन सभी पर इसका आरोप लगाया गया। जानने की जरूरत है कि कितने लोग, जिनके फोन टैप किए गए। सूत्रधार कौन हैं? इसे सरकार द्वारा अनुमोदित किया जाना है।

उन्होंने कहा, ‘कल हमने सदन में देखा कि एक सदस्य भास्कर जाधव से कह रहा था कि आप बोलेंगे तो हम अनिल देशमुख को भी अपना बना लेंगे। बाहर बोल रहे थे कि भुजबल बना देंगे। इस तरह की धमकी हॉल में कोई कैसे दे सकता है। इस बीच, गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने घोषणा की कि पूर्व में फोन टैपिंग मामले की उच्च स्तरीय जांच के बाद सदन को सूचित किया जाएगा।