एनसीसी कैडेट्स को मोदी मंत्र.. यह संकल्प लेने और नए सपने लेकर चल पड़ने का वर्ष है

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले साल भारत ने दिखाया है कि वायरस हो या सीमा विवाद, हम हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं।  प्रधानमंत्री ने गुरुवार को नेशनल कैडेट कॉर्प्स के कार्यक्रम में हिस्सा लिया।  कैडेट्स को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये वर्ष एक कैडेट के रूप में,  भारतीय नागरिक के रूप में नए संकल्प लेने का वर्ष है। देश के लिए संकल्प लेने का वर्ष है, देश के लिए नए सपने लेकर चल पड़ने का वर्ष है। संविधान में जिन नागरिक कर्तव्यों की बात कही गई है, वो निभाना सभी का दायित्व है। ये कालखंड चुनौतीपूर्ण तो रहा, लेकिन ये अपने साथ अवसर भी लाया।

उन्होंने देश की बेटियों का जिक्र करते हुए कहा कि वीर बेटियां हर मोर्चे पर शत्रु से लोहा लेने के लिए डटी हैं। आपके शौर्य की देश को जरूरत है और नई बुलंदी आपका इंतजार कर रही हैं। मैं आपमें भविष्य के अधिकारी देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि देश में जहां भी कोई महत्वपूर्ण काम होता है, वहां हमेशा एनसीसी के कैडेट्स पहुंचते हैं।

हमारी सीमाओं – भूमि और समुद्र- दोनों को जोड़ने में एनसीसी की भागीदारी बढ़ाई जा रही है। सरकार ने एनसीसी की भूमिका को व्यापक बनाने की कोशिश की है। इन सभी लक्ष्यों की प्रप्ति में भारत की युवा शक्ति की भूमिका और युवा शक्ति का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है। आप सभी के भीतर मैं एक राष्ट्रसेवक के साथ ही एक राष्ट्र रक्षक भी देखता हूं। कोरोना के पूरे कालखंड में लाखों लाख कैडेट्स ने देश भर में जिस प्रकार प्रशासन, समाज के साथ मिलकर काम किया है वो प्रशंसनीय है। हमारे संविधान में जिन नागरिक कर्तव्यों की बात कही गई है, वो निभाना सभी का दायित्व है। बता दें कि भारत में एनसीसी 1948 की राष्ट्रीय कैडेट कोर अधिनियम के साथ बनाई गई थी। यह सशस्त्र बलों के भारतीयकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।