भ्रष्टाचार और विदेशों में जमा काला धन विकास में बाधा : मोदी

ओसाका : समाचार ऑनलाईन  – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जापान के ओसाका में हैं। यहां प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, इस दौरान कई मुद्दों पर बात हुई। इसके बाद पीएम मोदी ने जापान-अमेरिका-भारत की बैठक में हिस्सा लिया। फिर ब्रिक्स देशों के साथ भी बात की है। ब्रिक्स नेताओं के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मुद्दों को उठाया। इस दौरान उनका जोर आतंकवाद पर भी रहा। इसके अलावा पीएम मोदी कई बड़े नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे। इस शिखर सम्मेलन से इतर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैकरॉन से पीएम मोदी ने मुलाकात की।
मोदी-ट्रंप में व्यापार और टैरिफ को लेकर हुई चर्चा- गोखले विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार और टैरिफ को लेकर चर्चा हुई।

सऊदी अरब ने भारतीयों का हज कोटा बढ़ाया
आखिरकार सऊदी अरब ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीयों के लिए हज कोटे में वृद्धि की है। अब 1,70,000 की जगह 2,00,000 लोग हर साल इस्लामिक तीर्थ स्थल मक्का जा सकेंगे। भारत ये मांग काफी लंबे समय से करता आ रहा था, जिसे सऊदी ने आखिरकार मान लिया है।

जापान के ओसाका में आरआईसी नेताओं की बैठक
जापान के ओसाका में आरआईसी (रूस, भारत और चीन) नेताओं की बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि दुनिया के कई बड़े मुद्दों पर बैठक में बात हुई। फरवरी 2019 में चीन में हुए हमारे विदेश मंत्रियों की बैठक में आतंकवाद और व्यापार जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत हुई। ओसाका में रूस और चीन के राष्ट्रपति के साथ पीएम मोदी ने वार्ता की। इस ग्रुप को आरआइसी ग्रुप कहा जाता है। बैठक में नरेंद्र मोदी, शी चिनपिंग और ब्लादिमीर पुतिन मौजूद रहे।

जर्मनी की चांसलर से मोदी की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने की दिशा में बातचीत की है।
ब्रिक्स देशों के नेताओं का साझा बयान

जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर ब्रिक्स देशों के नेताओं ने अपने साझा बयान में कहा कि अवैध धन और वित्तीय प्रवाह समेत भ्रष्टाचार और विदेशी क्षेत्रों में काला धन अर्जित करना एक वैश्विक चुनौती है जो आर्थिक विकास और सतत विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

ब्रिक्स देशों ने की आतंकवाद की निंदा: गोखले
ब्रिक्स देशों की अनौपचारिक बैठक पर विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि सभी ब्रिक्स देशों ने आतंकवाद की निंदा की और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने के लिए जिम्मेदारी को दोहराया है। सभी देश इस पर सहमत नजर आए। द्विपक्षीय वार्ता के दौर के बाद अब सभी प्रमुख नेताओं की एक साथ बैठक हुई।

शिंजो आबे ने विभिन्न राष्ट्राध्यक्षों से मिले
जापान के ओसाका में जी-20 समिट के दौरान जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ मुलाकात की।

ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति से मिले
जापान के ओसाका में जी-20 समिट के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ मुलाकात की। वहीं, जापान के ओसाका में जी-20 समिट के दौरान जर्मनी की चांसलर आंगेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ मुलाकात की। यहां नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बैठक हुई। इस दौरान ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत की बधाई दी और कहा कि भारत व अमेरिका अच्छे दोस्त हो गए हैं। मैं दावे से कह सकता हूं कि इससे पहले दोनों देश कभी भी इतने नजदीक नहीं रहे।

ब्रिक्स बैठक में पीएम मोदी बोले, आर्थिक विकास के लिए कम कीमत पर तेल की उपलब्धता जरूरी
जी-20 समिट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार कोजापान के ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर ब्रिक्स नेताओं की अनौपचारिक बैठक में उल्लेखित तीन प्रमुख चुनौतियोंफ से निपटने के लिए ङ्गपांच सुझावफ दिए। पीएम मोदी ने कम कीमत पर तेल और गैस की उपलब्धता पर जोर देते हुए कहा कि ब्रिक्स देशों के बीच तालमेल से एकतरफा फैसलों के दुष्परिणामों का निदान कुछ हद तक कम हो सकता है। निरंतर आर्थिक विकास के लिए आवश्यक ऊर्जा के संसाधन जैसे तेल और गैस कम कीमतों पर उपलब्ध रहना चाहिए।