दिल्ली एयरपोर्ट पर महिला निशानेबाज से बदसलूकी, मोबाइल छीन लिया

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम  टोकियो ओलिंपिक में भारत के लिए पदक की सबसे बड़ी दावेदार शूटर मनु भाकर ने एयर इंडिया के अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों पर बदसलूकी का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि सभी पेपर वैलिड होने के बावजूद उन्हें भोपाल जाने वाली फ्लाइट में बैठने नहीं दिया गया। हालांकि, बाद में खेल मंत्री किरण रिजिजू के दखल के बाद उन्हें फ्लाइट में चढ़ने दिया गया।

घटना से आहत मनु ने सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगाई। एक के बाद एक 5 ट्वीट करते हुए एयरलाइंस पर जमकर गुस्सा उतारा। लिखा- दिल्ली से भोपाल के शूटिंग अकादमी जाने के दौरान मेरे शूटिंग किट को लेकर आपत्ति जताई गई, जो ट्रेनिंग के लिए मेरी जरूरत का सामान था, मैंने एयर इंडिया के अधिकारियों के अनुरोध किया कि आप हमें थोड़ा सम्मान दें कम से कम हर बार इस तरह से खिलाड़ियों का अपमान तो नहीं करें, ऐसे पैसों की मांग नहीं करें मेरे पास DGCA का परमिट है।लेकिन वे कुछ सुनने के मूड में ही नहीं थे। उनका मोबाइल छीन लिया गया और वो तस्वीर डिलीट की गई, जिसे उनकी मां ने खींचा था। यही नहीं, रिश्वत की भी मांग की गई।  अंत में खेल मंत्री किरण रिजिजू ने उनकी मदद की। मनु ने इस के लिए उनका शुक्रिया किया और इस कड़वे अनुभव को सबसे साथ साझा किया।

अब मनु चाहती हैं कि उस अधिकारी के खिलाफ एयर इंडिया एक्शन ले।
मनु के अनुसार, दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर फ्लाइट लेने से रोका गया और 10 हजार 200 रुपये की मांग की गई, यह जानते हुए भी कि मेरे पास सभी जरूरी कागज हैं और डीजीसीए का परमिट भी है। सबसे बड़ी बात कि एयर इंडिया के प्रभारी मनोज गुप्ता और बाकी स्टाफ ने मुझे नीचा दिखाया।