राइस पुलिंग मशीन के झांसे में करोडों की ठगी

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – राईस पुलिंग मशीन द्वारा चमत्कारी पद्धति से धनलाभ होता है, यह झांसा देकर मशीन बेचने के बहाने से करोड़ों रुपए की ठगी करनेवाले गिरोह के मुख्य सूत्रधार और उसके दो साथियों पर पिंपरी चिंचवड पुलिस की क्राइम ब्रांच के युनिट दो ने शिकंजा कसने में सफलता प्राप्त की है। बेंगलुरु के इन आरोपियों को पुलिस ने रावेत में धरदबोचा है। उनके नाम सिद्धेश्वर विष्णू सोनकांबले (44, निवासी शिंदेबस्ती, रावेत, पुणे मूल निवासी शिरवल, सोलापुर), बालाजी बसंतराव जानाते (27, निवासी चिंचवडेनगर, पुणे मूल निवासी केदारगुंठा, नांदेड), अमित अरुण केदारी (32, निवासी पवारबस्ती, बोपोडी, पुणे मूल निवासी कवडी पिंपलगाँव, अहमदनगर) हैं।
यूनिट 2 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शैलेश गायकवाड से मिली जानकारी के अनुसार, चमत्कारी धनलाभ दिलाने वाली राईस पुलिंग मशीन की बिक्री करने के बहाने से लोगों के साथ धोखाधड़ी करने को लेकर बेंगलुरु के कोडीगेहल्ली पुलिस थाने में मामला दर्ज है। इस मामले की जांच के दौरान बेंगलुरु पुलिस के पुलिस निरीक्षक श्रीधर पुजार अपने दस्ते के साथ पिंपरी चिंचवड शहर में पहुंचे। बेंगलुरु पुलिस की जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच यूनिट 2 की टीम भी आरोपियों की तलाश में जुट गई। इस दौरान पुलिस को उक्त तीनों आरोपियों के रावेत में आने की खबर मिली। इसके अनुसार पुलिस निरीक्षक शैलेश गायकवाड, उपनिरीक्षक संजय निलपत्रेवार, कर्मचारी दिलीप चौधरी, चेतन मुंढे, नामदेव राऊत के समावेश वाली टीम ने तीनों जानते और केदारगूंठा केदारगुंठा में छिपे रहने की बात सामने आई। इसके अनुसार पहले जाल बिछाकर तीनों को धरदबोचा।