धातुई खंभा बना ‘जादुई’…24 घंटे में अमेरिका से पहुंचा यूरोप, धातु से हुआ शीशे जैसा 

बुखारेस्ट : ऑनलाइन टीम 

करीब 10 से 12 फीट का एक धातुई खंभा अब ‘जादुई’ बन गया है। दुनिया हैरान है और मानती है कि किसी दूसरे ग्रह के बाशिंदों का यह खेल हो सकता है। बचपन में जैसे हमारे यहां बच्चे लुका-छिपी या सामान छिपाने-खोजने का खेल खेलते हैं, उसी तरह का यह खेल पूरी धरती के लोगों के लिए कौतूहल का केंद्र बन गया है।

ठीक 24 घंटे पहले यह खंभा अमेरिका के यूटा के रेगिस्तान में दिखा, फिर गायब हो गया और अब एक बार फिर यह यूरोप में जाकर दिखा है। दो महादेशों के बीच की दूरी आखिर किसने और कैसे इस खंभे को लेकर पूरी की, यह रहस्य बना हुआ है। रोमानिया के लोग बुरी तरह कन्फ्यूज हो गए हैं।

यूटा में बीच रेगिस्तान में खंबा दिखा तो लोगों ने अटकलें लगानी शुरू कर डालीं। किसी ने दावा किया कि यह किसी कलाकार का काम है, तो कुछ लोगों ने सीधा इसे एलियन्स की करामात बता डाला। इससे पहले कि प्रशासन इसकी तह तक पहुंच पाता, यह खंबा गायब हो गया। इसके बाद यह रोमानिया में दिखाई दिया है। हालांकि, यह खंबा जल्दीबाजी में लगाया हुआ सा दिख रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया के दूसरे हिस्से में 24 घंटे के अंदर नजर आया यह खंबा कांच जैसा लग रहा है। इस पर ग्रैफिटी भी बनाई गई है। ऐसा दावा भी किया जा रहा है कि यूटा में लगे खंबे के चर्चित होने के बाद इसे कॉपी के तौर पर लगाया गया हो।

अमेरिका के रेगिस्तानी इलाके यूटा में जब धातु का खंबा देखा गया था, तो बताया गया कि यह पूरा धातु का है। ये चमकदार, त्रिकोणीय खंबा दक्षिणी उटाह की लाल चट्टानों के पास देखा गया। जांच में सामने आया कि यह खंभा एक धातु का मोनोलिथ है। इस मोनोलिथ को किसने रखा, इस पर विमर्श ही चल रहा था कि अमेरिकी एजेंसी ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि प्रबंधित सार्वजनिक जमीन पर प्राधिकरण के बिना संरचनाओं या कला को स्थापित करना अवैध है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस ग्रह से हैं। शोधकर्ताओं ने माना कि संभवत: एलियंस इसे यहां रख कर चले गए।  उत्तरी अमेरिका में यूटा एक बेहद बियाबान किस्म का इलाका है, जहां कई-कई किलोमीटर तक कुछ नहीं है, सिवाय चट्टानों और जंगली जानवरों के। यहां का एक सरकारी विभाग अपने हेलीकॉप्टर से भेड़ गिन रहा था। इसी दौरान उन्होंने एक चमकीली चीज देखी।

दिलचस्प बात यह है कि जिस तरीके से एलियन्स इसे यहां लगाकर चले गए थे, वैसे ही इसे वापस लेकर चले गए।  अटकलें यह भी लगाई गई कि मशहूर कलाकार जॉन मैकक्रैकन ने यह लगाया था। जॉन की मौत हो चुकी है और उनके बेटे के मुताबिक जॉन 2002 में उनसे कहकर गए थे कि वह अपनी कलाकृतियां दूरस्थ इलाकों में छोड़कर जाना चाहते हैं, जहां उन्हें बाद में खोजा जाए। बहरहाल खंभे का रहस्य बरकरार है।