‘दवाई भी और कड़ाई भी’… 2021 के लिए पीएम मोदी का नया मंत्र-सावधान रहें, जिम्मेदार बनें

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के राजकोट में अखिल भारतीय आयुविज्ञान संस्थान  की आधारशिला रखी। इस दौरान साल का नया मंत्र भी दिया। उन्होंने कहा,’पहले मैंने कहा था, दवाई नहीं तो ढिलाई नहीं, अब मैं कह रहा हूं कि दवाई भी और कड़ाई भी। साल 2021 का मंत्र दवाई भी और कड़ाई भी होगा, क्योंकि स्वास्थ्य ही संपदा है’, वर्ष 2020 ने हमें यह अच्छी तरह से सिखाया है। यह चुनौतियों से भरा वर्ष रहा है। नया साल दस्तक दे रहा है। आज देश के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने वाली एक और कड़ी जुड़ रही है। राजकोट में एम्स के शिलान्यास से गुजरात सहित पूरे देश के स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन को बल मिलेगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार  राजकोट में एम्स के लिए संस्थान को 201 एकड़ से अधिक जगह आवंटित की गई है और यह लगभग 1,195 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। संस्थान का निर्माण 2022 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। पीएमओ के अनुसार इस आधुनिक अस्पताल में 750 बिस्तर होंगे, जिनमें से 30 बिस्तर आयुष ब्लॉक में होंगे। इसमें एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 125 और नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए 60 सीटें होंगी।

पीएम मोदी ने कहा कि  मैं देश के लोगों से अपील करता हूं कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई एक अज्ञात दुश्मन के खिलाफ है। इस तरह की अफवाहों के बारे में सावधान रहें और जिम्मेदार नागरिक बिना चेक किए सोशल मीडिया पर मैसेज फॉरवर्ड करने से परहेज करें। हम भारत में चिकित्सा शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहे हैं। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के गठन के बाद स्वास्थ्य शिक्षा की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार होगा। आज स्वास्थ्य को लेकर देशभर में एक सतर्कता आई है, गंभीरता आई है। शहरों के साथ ही दूर-दराज के गांवों में भी ये सतर्कता हम देख रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि  स्वास्थ्य पर जब चोट होती है तो जीवन का हर पहलू बुरी तरह प्रभावित होता है और सिर्फ परिवार नहीं पूरा सामाजिक दायरा उसकी चपेट में आ जाता है। इसलिए साल का ये अंतिम दिन भारत के लाखों डॉक्टर्स, हेल्थ वॉरियर्स, सफाई कर्मियों, दवा दुकानों में काम करने वाले, और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को याद करने का है। कर्तव्य पथ पर जिन साथियों ने अपना जीवन दे दिया है, उन्हें मैं सादर नमन करता हूं।

उन्होंने कहा कि  हम अगले साल दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चलाने की तैयारी कर रहे हैं। भारत फ्यूचर ऑफ हेल्थ और हेल्थ ऑफ फ्यूचर दोनों में ही सबसे महत्त्वपूर्ण रोल निभाने जा रहा है, जहां दुनिया को मेडिकल प्रोफेशनल्स भी मिलेंगे, उनका सेवाभाव भी मिलेगा। यहां दुनिया को मास इम्यूनाइजेशन का अनुभव भी मिलेगा और विशेषज्ञता भी मिलेगी।  उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत में जल्द ही कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलेगी और दुनिया का सबसे बड़ा टीका अभियान चलेगा।