संजय दत्त-अर्जुन कपूर की फिल्म ‘पानीपत’ के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन, तोड़फोड़ व आगजनी

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – संजय दत्त-अर्जुन कपूर की फिल्म ‘पानीपत’ 6 दिसंबर को रिलीज किया गया। फिल्म में कृति सेनन भी शानदार एक्टिंग करते नजर आ रही है। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कमाई भी कर रही है लेकिन इस फिल्म पर अब मुसीबत के बादल मंडरा रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘पानीपत’ को लेकर लोगों में जबरदस्त गुस्सा सामने आया है। जिसके चलते अब फिल्म पर बैन लगाने की मांग तक की जा रही है।

लोग फिल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे है। बताया जा रहा है कि दौरान फिल्म के निर्देशक आशुतोश गोवारिकर के पुतले भी जलाए जा रहे हैं। राजस्थान में फिल्म के विरोध में सिनेमाघरों में तोड़फोड़ की गयी। इस तोड़फोड़ की तस्वीर भीं वायरल हो रही हैं। बीते दिनों महाराजा सूरमल के 14वें वंशज और राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा था कि फिल्म से आपत्तिजनक तथ्य और शॉट्स हटाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि फिल्म में महाराजा सूरजमल जाट के किरदार को गलत तरीके से दिखाया गया, जिसका वह विरोध करते हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ‘पानीपत’ में महाराजा सूरजमल को मराठा पेशवा सदाशिव राव भाऊ से हरियाणवी और राजस्थानी में बातचीत करते दिखाया गया है जबकि लोगों का मानना है कि महाराजा सूरजमल शुद्ध रूप से सिर्फ ब्रज भाषा बोलते थे। इसके अलावा महाराजा सूरजमल को गलत तरीके से पेश करने और इतिहास से छेड़छाड़ का भी आरोप लग रहा है।

बाजीराव के वंशज को भी फिल्म से आपत्ति –
इधर बाजीराव के वंशज ने मस्तानी को लेकर किए बोले गए कृति के डायलॉग पर भी आपत्ति जताई थी। उनका कहना है कि इस डायलॉग से मस्तानी के सम्मान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है। इस डॉयलॉग में कृति कहती हैं कि ‘मैंने सुना है जब पेशवा अकेले मुहिम पर जाते है तो एक मस्तानी के साथ लौटते हैं’ |