भाईदूज के दिन बहन को देखना पड़ा शहीद भाई का पार्थिव शरीर 

कोल्हापुर, 16 नवंबर : जम्मू-कश्मीर में सीमा क्षेत्र में पाकिस्तान की तरफ से हुई फायरिंग में शुक्रवार को महाराष्ट्र के दो जवान शहीद हो गए।  कोल्हापुर जिले के आजरा के ऋषिकेश जोंधले और नागपुर काटोल के भूषण सतई ये  दो जवान शहीद हो गए।  अंतिम संस्कार के लिए इन दोनों जवानों का शव उनके मूल गांव भेज दिया गया है।

सोमवार को जहां एक तरफ भाईदूज का त्यौहार था वही दूसरी तरफ जोंधले परिवार में शोक पसरा था।  भाई बहन के इस त्यौहार के दिन बहन के नसीब यह दिन देखना लिखा था।

इस दुःख को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।  भाईदूज पर कई भाइयो को बहन के पास जाने की उम्मीद रहती है।  जोंधले परिवार की बहन की भी यही उम्मीद थी।  लेकिन इस घर की बहन को भाई का पार्थिव शव देखना नसीब हुआ।
कोल्हापुर के जवान ऋषिकेश जोंधले और काटोल के निवासी थे।  ऋषिकेश जोंधले पूंछ जिले के सावजिया में तैनात थे।  पाकिस्तान की फायरिंग में वह जख्मी हो गए थे।  उन्हें इलाज के लिए सैनिक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।  वही वह शहीद हो गए।

16 दिसंबर 2018 में ऋषिकेश जोंधले मराठा लाइफ इंफ्रेंट्री में सिपाही के रूप भर्ती हुए थे।  वह राष्ट्रीय खिलाड़ी भी थे।  11 नवंबर यानी 3 दिन पहले उन्होंने पिता से बात की थी।  वह इस परिवार के लिए बेटे दवारा आखिरी कॉल था।