मैरिज सर्टिफिकेट चाहिए तो फिर से शादी करके आओ : ये बोल कर नौकरी से हाथ धो बैठे कर्मचारी

16 साल बाद अपना मैरिज सर्टिफिकेट लेने गए मधुसुदन को कर्मचारियों ने यह कह कर उलटे पैर लौटा दिया था. लेकिन मामला सोशल मीडिया पर फैलने के बाद खुद राज्य के पंजीकरण मंत्री जी. सुधाकरन ने सामने आकर कर्मचारियों के सस्पेंशन की घोषणा की.

कोझिकोड : समाचार ऑनलाइन – हाल ही में एक मामला सामने आया जिसमें एक व्यक्ति एक, दो, या तीन साल नहीं बल्कि पूरे 16 साल के बाद अपना मैरिज सर्टिफिकेट लेने गया था. लेकिन संबंधित ने उसे दोबारा शादी करके आने की सलाह दे दी. फिर क्या था इस मामले ने ऐसा तुल पकड़ा कि खुद राज्य के पंजीकरण मंत्री जी. सुधाकरन को सामने आना पड़ा.

क्या है मामला

केरल निवासी मधुसूदन कोझिकोड के मुक्कोम में मैरिज-रजिस्ट्रार के कार्यालय में सर्टिफिकेट लेने गए थे. उनकी शादी को लगभग 16 साल बीत गए हैं. लेकिन 19 जून को उन्हें मैरिज सर्टिफिकेट कुछ जरुरत पड़ गई थी. जब मधुसूदन ने कर्मचारियों से मैरिज सर्टिफिकेट जारी करने को कहा तो उल्टा कर्मचारियों ने उनका मजाक उड़ाते हुए कहा कि “अगर मैरिज सर्टिफिकेट चाहिए तो फिर शादी करके आओ.”  फिर मधुसूदन ने कर्मचारियों के इस दुर्व्यवहार वाली बात सोशल मीडिया पर शेयर कर दी.

सोशल मीडिया पर की गई शिकायत रंग लाई, सस्पेंड हुए चार कर्मचारी

सोशल मीडिया पर फैली मधुसूदन की पोस्ट की खबर राज्य के पंजीकरण मंत्री जी. सुधाकरनतक पहुंची. उन्होंने मामले का संज्ञान लेते हुए दोषी चार कर्मचारियों पर पीड़ित से दुर्व्यवहार,लापरवाही और कामचोरी का आरोप लगाते हुए, उन्हें सस्पेंड कर दिया.

मंत्री ने सोशल मीडिया पर दी सस्पेंशन की जानकारी

मंत्री सुधाकरन ने गुरुवार को फेसबुक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि- “सोशल मीडिया के जरिए पीड़ित मधुसूदन की शिकायत मिली थी. जिसके बाद कर्मचारियों को निलंबित कर दिया.”

मधुसूदन ने सर्टिफिकेट के लिए किया था आवेदन

मधुसूदन ने अपने विवाह के सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था. कर्मचारियों ने सोचा कि उन्हें पुराने रेकोर्ड्स न खंगालना पड़े, इसलिए दूसरी शादी को सलाह दे दी. साथ ही उन्हें तीन दिनों तक इंतजार करवाया गया, जबकि सर्टिफिकेट तुरंत इशू दिया जा सकता था.