लंबित विकासकामों के लिए विधायक महेश लांडगे की मैराथन समीक्षा बैठक

पिंपरी। पिंपरी चिंचवड़ के भोसरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र के लंबित विकास परियोजनाओं के लिए भाजपा के स्थानीय विधायक और शहराध्यक्ष महेश लांडगे ने मनपा के नए आयुक्त राजेश पाटिल और अन्य आला अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की। इसमें लंबित विकासकामों की समीक्षा करने के बाद मनपा आयुक्त ने मनपा की ओर से जारी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को गति देने और बुनियादी नागरी सुविधाओं को निर्धारित समय पर उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया।
इस बैठक में भाजपा शहराध्यक्ष तथा विधायक महेश लांडगे, स्थायी समिती सभापति एड. नितीन लांडगे, आयुक्त राजेश पाटील, शहर अभियंता राजन पाटील, सहशहर अभियंता श्रीकांत सवने, विजय लडकत, अतिरिक्त आयुक्त विकास ढाकणे, शिक्षा विभाग की प्रशासन अधिकारी ज्योत्स्ना शिंदे आदि समेत अन्य प्रमुख अधिकारी, पदाधिकारी और नगरसेवक मौजूद थे। इस बैठक में भोसरी चुनाव क्षेत्र में छत्रपति संभाजी महाराज के स्मारक निर्माण की समीक्षा की गई जोकि पूरे देश में सँभाजीराजा का सबसे ऊंचा स्मारक है। इस परियोजना के साथ मनपा आयुक्त राजेश पाटिल ने शंभु सृष्टि व अध्यात्म की शिक्षा देनेवाले संतपीठ की परियोजना को गति देकर यहां सीबीएसई बोर्ड के पाठ्यक्रम को प्रभावी रूप से चलाने को लेकर खुद आग्रही रहने की बात कही।
मराठी स्कूलों का शास्ती कर माफ करने और बकाया कर के भुगतान के लिए मियाद बढाने के मुद्दे पर चर्चा की गई। विधायक लांडगे ने कहा कि मराठी स्कूलों को सक्षम बनाने और उन्हें प्रोत्साहन देने के लिहाज से सकारात्मक निर्णय जरूरी है। पुणे – नासिक राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण को लेकर महामार्ग प्राधिकरण से चर्चा करने, चिखली में प्रस्तावित सड़क और सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रारूपण, भूखंडों के आवंटन और सड़क के काम शुरू करने के बारे में प्राधिकरण के साथ स्पाइन रोड प्रभावित नागरिकों को चर्चा करनी चाहिए। एक अंतरराष्ट्रीय मानक क्रिकेट स्टेडियम के काम के लिए एक सलाहकार नियुक्त किया गया है। आगे की कार्रवाई पर समीक्षा बैठक आयोजित करने, योजना महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन, मनपा की अनुमति से की जानी चाहिए और राज्य सरकार की संयुक्त परियोजना सफारी पार्क प्रस्तावित है।
विधायक लांडगे ने कहा कि, 2050 की आबादी को देखते हुए जलापूर्ति का एक नया स्रोत बनाने के लिए सभी नगरसेवकों की एक विशेष आम बैठक आयोजित कर और उसके अनुसार योजना बनाना आवश्यक है। इसके साथ ही, पवना भूमिगत पाइपलाइन और जलापूर्ति योजना के बारे में एक सकारात्मक समाधान पर काम किया जाना चाहिए। आंध्र, भामा आसखेड़ जलापूर्ति योजना में तेजी लाई जाए। इसके लिए, तलवडे जैकवेल और 100 एमएलडी जलापूर्ति योजना, जल पुन: उपयोग परियोजना के टेंडर को लागू किया जाना चाहिए। चरहोली में 5 एमएलडी रीसायकल पुन: उपयोग परियोजना आवश्यक है। इसकी निविदा ईपीसी आधार पर जारी की जानी चाहिए। विभिन्न कारणों से यह परियोजना पिछले तीन वर्षों से विलंबित है। शहर में एसटीपी के 100 एमएलडी तृतीयक उपचार के बाद रावेत तटबंध के किनारे पानी छोड़ने, पानी को रीसायकल करने और वितरण नेटवर्किंग के दो पैकेजों का काम दिसंबर तक पूरा करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने की सूचना भी उन्होंने दी।