जेटली के निधन पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित अनेक नेताओं ने शोक जताया

लखनऊ (आईएएनएस) : समाचार ऑनलाईन – देश के पूर्व वित्तमंत्री और उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य अरुण जेटली के निधन पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अनेक नेताओं ने दु:ख व्यक्त किया है। राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में कहा, “अरुण जेटली एक कुशल अधिवक्ता एव राजनेता थे। उन्होंने अनेक भूमिकाओं में देश की सेवा की है। विधि एवं संसदीय परम्परा के उत्कृष्ट ज्ञान एवं अपनी विद्वता के कारण उन्होंने विशिष्ट पहचान बनाई थी।” राज्यपाल ने कहा कि श्री जेटली के निधन से भारतीय राजनीति की अपूरणीय क्षति हुई है।

राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करने की कामना करते हुए दु:खी परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, “तेजस्वी वक्ता, प्रखर अधिवक्ता, पूर्व वित्तमंत्री और अपने तर्क से सभी का दिल जीतने वाले अजातशत्रु, अरुण जेटली जी के असामयिक निधन से स्तब्ध हूं। ईश्वर जेटली को मोक्ष दें और उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति दें। ओम शांति।”

उप्र के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी अरुण जेटली के निधन पर शोक संवेदना प्रकट की है। मौर्य ने कहा, “अरुण जेटली जी के निधन के अत्यंत दु:खद समाचार से स्तब्ध हूं। जेटली जी का संपूर्ण जीवन देश के गरीबों की समृद्धि के लिए समर्पित था। जेटली जी का निधन देश, संगठन और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिवार तथा शुभचिंतकों को संबल प्रदान करें।”

जेटली के निधन की सूचना मिलने पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ में अपने सारे कार्यक्रम निरस्त कर दिल्ली रवाना हो गए हैं। उन्होंने ट्वीट के जरिए अपनी संवेदन प्रकट की है।

प्रयागराज में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने अरुण जेटली दुख जताया है। उन्होंने कहा कि जेटली का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। गिरी ने कहा कि भारतीय राजनीति में अरुण जेटली का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने जेटली के निधन पर उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। मायावती ने कहा, “पूर्व केन्द्रीय वित्त-रक्षा मंत्री व भाजपा के प्रमुख नेता श्री अरुण जेटली के निधन की खबर अति-दु:खद। वह बीमार थे और उनका हालचाल लेने हाल ही में मैं एम्स गई थी। वह नामी वकील व अच्छे इंसान थे। देश की राजनीति में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना।”

गौरतलब हो कि अरुण जेटली का दोपहर 12 बजकर 07 मिनट पर निधन हो गया। कुछ दिन पहले सांस लेने में दिक्कत के बाद उन्हें नौ अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। पिछले कुछ दिनों से उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही थी। गुरुवार को उनका डायलिसिस हुआ था।