महिला बालकल्याण समिति का ‘चोरी- चोरी, चुपके-चुपके’ केरल दौरा

पिंपरी। महामारी कोरोना के संकटकाल में भी पिंपरी चिंचवड़ मनपा के नगरसेवकों का दौरे के नाम पर सैर सपाटे का मोह नहीं छूट रहा है। मनपा की महिला व बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सहित सात सदस्याएं ‘चोरी- चोरी, चुपके- चुपके’ केरल के दाैरे पर चली गई हैं। इसे अध्ययन दौरे का नाम दिया गया ब लेकिन इस दाैरे में काेई भी अधिकारी शामिल नहीं है। और तो और मनपा के दूसरे पदाधिकारियों को भी इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस दौरे से भाजपा की नीतियों की भी अवहेलना हुई है क्योंकि मनपा में सत्ता पाने के बाद से खर्च में कटौती के नाम पर कई फैसलों का ढिंढोरा पीटा गया था।
महिला और बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष चंदा लाेखंडे, सदस्य एवं भाजपा नगरसेविका माधवी राजापुरे, सविता खुले, याेगिता नागरगाेजे, निर्मला गायकवाड़ और राष्ट्रवादी कांग्रेस की सदस्या गीता मंचरकर व निकिता कदम इस केरल दौरे में गई हैं। जबकि इसी समिति की सदस्य रही राष्ट्रवादी कांग्रेस की वरिष्ठ नगरसेविका मंगला कदम और शिवसेना की सदस्या अश्विनी चिंचवड़े ने दौरे पर नहीं जाने का फैसला किया। इन दोनों को छोड़ अन्य सदस्या 26 जनवरी काे केरल दाैरा पर चली गई हैं। उनका यह अध्ययन दौरा 26 से 30 जनवरी तक है। बताया गया है कि, महिला बचत गुटाें की जानकारी लेने के लिए यह दाैरा किया जा रहा है।
मनपा के अध्ययन दौरों में मनपा के प्रशासनिक अधिकारी भी जाते हैं, लेकिन इस केरल दौरे में मनपा का एक भी अधिकारी दाैरे पर नहीं गया। इस दाैरे में महिला व बालकल्याण समिति सदस्य निश्चित रूप से क्या अध्ययन करने या क्या जानकारी हासिल करने गए हैं? इस बारे में कुछ भी नहीं बताया गया है। न ही इसके खर्च के बारे में कोई जानकारी दी जा रही है। मनपा के नागरबस्ती विभाग के उपायुक्त अजय चारटणकर ने बताया, मुझे इस दाैरे के बारे में कुछ भी पता नहीं है। वहीं मनपा के सभागृह नेता नामदेव ढाके ने कहा, इसके बारे में वे जानकारी लेकर ही कुछ कह सकेंगे। बहरहाल मनपा गलियारों में महिला व बालकल्याण समिति के ‘चोरी- चोरी, चुपके-चुपके’ केरल दौरे की चर्चा जोरशोर में जारी है।