महावितरण के वरिष्ठ टेक्नीशियन ने लगाई फांसी

पुणे। महावितरण के महकमे में तब खलबली मच गई जब एक वरिष्ठ टेक्नीशियन ने महावितरण के गोदाम में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिए जाने की घटना सामने आयी। पुणे के सिंहगड रोड परिसर के नर्हे-धायरी स्थित महावितरण कार्यालय के गोदाम में यह घटना घटी है। मृतक का नाम उमेश प्रकाश दिक्षीवंत (32, निवासी फिनोलेक्स कॉलोनी, कालेवाडी, पिंपरी, पुणे) है।
सिंहगड पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उमेश दिक्षीवंत महावितरण के धायरी शाखा में कार्यरत थे। फिलहाल उनकी नाइट ड्यूटी चल रही थी। हमेशा की तरह शनिवार रात को 11 बजे काम पर हाज़िर हुए। दूसरे कर्मचारी काम में व्यस्त थे, दिक्षीवंत कार्यालय के पास वाले गोदाम में गए। रविवार की सुबह 7 बजे एक कर्मचारी किसी काम से गोदाम में जा रहा था तो उसने देखा गोदाम का दरवाज़ा अंदर से बंद है। उसने आवाज़ भी लगाई लेकिन भीतर से कोई जबाब नहीं मिला। उसके बाद कर्मचारी ने जब खिड़की से झांका तो उसने देखा कि दिक्षिवंत फंदे से झूलते नजर आए।
महावितरण कर्मचारी ने तुरंत इसकी जानकारी अन्य कर्मचारियों को दी। उसके बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड को इत्तला दी गई। फायर ब्रिगेड के जवानों ने गोदाम का दरवाज़ा तोड़ कर अंदर प्रवेश किया। दिक्षीवंत ने छत में लगे लोहे के एंगल से नायलॉन की रस्सी की मदद से फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या की। इस मामले में सिंहगड पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। मूल रूप से उस्मानाबाद जिले के निवासी उमेश दिक्षीवंत कोल्हापुर से ट्रांसफर होकर महावितरण के धायरी शाखा में कार्यरत हुए। उनकी शादी दो साल पहले हुई थी। वे पिंपरी चिंचवड़ के कालेवाडी में अपनी पत्नी और बेटी के साथ रह रहे थे। उनकी बेटी का हाल ही में पहला जन्मदिन हुआ था। उन्होंने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम क्यों उठाया? इस बारे में कुछ पता नहीं चल सका है।