कोरोना को हराने रूस की ‘स्पूतनिक’ का सहारा लेगा महाराष्ट्र  

ऑनलाइन टीम. मुंबई : महाराष्ट्र  में फिलहाल 6लाख 39 हज़ार कोरोना के एक्टिव मामले हैं और सबसे बड़ी समस्या इस वक्त वैक्सीन की किल्लत है।  स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि 45 प्लस उम्र के लोगों के लिए 2 दिन पहले नौ लाख वैक्सीन मिली थी, जिसमें से आठ लाख वैक्सीन खत्म हो चुकी है। अब केवल कुछ हजार वैक्सीन ही बची हुई है। हम लगातार केंद्र सरकार से विनती कर रहे हैं कि बड़ी संख्या में वैक्सीन उपलब्ध करवाई जाए।  वरना पहले डोज़ का असर भी कम हो जाएगा।

रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन की सफलता को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार बातचीत कर रही है कि क्यों न स्पूतनिक वी वैक्सीन की इस लड़ाई में साथ लिया जाए, क्योंकि महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना का ग्राफ ऊपर चढ़ने लगा है। महाराष्ट्र में गुरुवार को कोविड-19 के 62,194 नए मामले सामने आए जबकि 853 मरीजों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक नए मामले सामने आने के बाद अब तक 73,515 मरीजों की जान चली गई है जबकि संक्रमितों की कुल संख्या 49,42,736 हो गई है। बुधवार की तुलना में गुरुवार को कोविड-19 के 4554 अधिक नए मामले सामने आए जबकि 67 कम मरीजों ने जान गंवाई।

पीडियाट्रिक टास्क फोर्स : 

इस बीच तीसरे लहर की आशंका को देखते हुए राज्य में पीडियाट्रिक टास्क फोर्स शुरू किया जा रहा है, ताकि 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए जरूरत पड़ने पर बेड, पीडियाट्रिक वेंटिलेटर और अन्य जरूरी चीजों को समय पर उपलब्ध करवाया जा सके। इसके लिए मुख्यमंत्री ने पीडियाट्रिक डॉक्टरों से बातचीत भी की है। परेशानी यह है कि वायरस ने अब मासूमों को भी तेजी से अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि राज्य में एक से 10 साल के 1 लाख 47 हजार 420 बच्चे अब तक कोरोनावायरस के शिकार हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य में हर दिन औसतन 500 बच्चे कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। राज्य में 11 से 20 साल के 3 लाख 33 हजार 926 बच्चे और युवा अब तक वायरस की चपेट में आ चुके हैं।