पुणे, 21 जून : राज्य में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले दवारा बार-बार स्वबल का नारा दिया जा रहा है। अब शिवसेना दवारा भाजपा के साथ फिर से गठबंधन करने की मांग की जा रही है। विधायक प्रताप सरनाईक ने राज्य के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। इस पत्र को लेकर राज्य की राजनीति गर्माने लगी है। कांग्रेस और राष्ट्रवादी दवारा शिवसेना को कमजोर करने का दावा करते हुए भाजपा से हाथ मिलाने को लेकर प्रताप सरनाईक ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा था। इस पर अब भाजपा सांसद गिरीश बापट ने कहा है कि हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना-भाजपा में गठबंधन हो सकता है।
पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए गिरीश बापट ने प्रताप सरनाईक के पत्र पर अपना रुख साफ किया। बापट ने कहा है कि भाजपा दवारा सरनाईक को परेशान नहीं किया जा रहा है। एजेंसिया उनके कामकाज की जांच कर रही है। भारतीय जनता पार्टी किसी को परेशान नहीं करने वाली गरीब पार्टी है। वे लोगों की मदद करती है। प्रताप सरनाईक ने जो पत्र लिखा है। हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना-भाजपा का गठबंधन हो सकता है। शिवसेना और भाजपा पिछले 25 वर्षों से एकसाथ थे। इसके बाद अप्राकृतिक लोगों की वजह से हमारी दोस्ती टूटी थी। ऐसे में भविष्य में गठबंधन हो सकता है। अगर गठबंधन होता है तो हमें इसकी ख़ुशी होगी। प्रताप सरनाईक अब जो बोल रहे है वह भाजपा नेता महाविकास आघाडी बनने के वक़्त से बोल रहे है। उनके नेता सकारात्मक विचार करेंगे। अब शिवसेना को निर्णय लेना है.
राष्ट्रवादी पश्चिम महाराष्ट्र में छोटी सी पार्टी
शनिवार को पुणे में राष्ट्रवादी कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर सवाल पूछा गया था। इस दौरान बापट ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कहा कि पुणे मनपा चुनाव में हमारी प्राथमिकता राष्ट्रवादी की तुलना में शिवसेना होगी। राष्ट्रवादी पश्चिम महाराष्ट्र की एक छोटी सी पार्टी है। वह कोई अखिल भारतीय पार्टी नहीं है। यह जानकारी थी कि अजीत पवार शरद पवार की नहीं सुनते है। लेकिन कार्यकर्ता भी नहीं सुनते है, यह पता चला है। ऐसे में हर कोई ज्ञान बांटने में लगा है।