पुणे, 10 जून : कोरोना की वजह से दसवीं और बारहवीं की परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया गया है। लेकिन बारहवीं का रिजल्ट किस तरीके से घोषित किया जाए यह अभी तक तय नहीं हुआ है। राज्य सरकार दवारा अध्यादेश जारी किये जाने के बाद शिक्षा विभाग दवारा रिजल्ट की आगे की कार्यवाही शुरू होगी। अधिकारियों का कहना है कि शिक्षा विभाग अध्यादेश का इंतजार कर रहा है.
राज्य में करीब 13 लाख विधार्थियों की बारहवीं की परीक्षा रद्द की गई है। सीबीएसई व आईसीएसई बोर्ड ने बारहवीं की परीक्षा रद्द कर दी है। लेकिन किसी भी बोर्ड ने बारहवीं के विधार्थियों के रिजल्ट का नियम तय नहीं किया है। सीबीएसई बोर्ड दवारा घोषित किये जाने वाले नियम राज्य मंडल के दवारा किये जाने की संभावना है। लेकिन केवल मूल्यांकन के आधार पर बारहवीं का रिजल्ट घोषित करना उचित नहीं है। बारहवीं के अंक पर डिग्री व अन्य कोर्स में प्रवेश निर्भर करता था। ऐसे में बारहवीं के लिए किस मूल्यांकन पद्त्ति का सहारा लिया जाता है इस पर अभिभावकों की नज़रें टिकी हुई है।
राज्य बोर्ड ने दसवीं के रिजल्ट एक एक्शन प्लान और टाइम टेबल घोषित किया है। इसमें मुख्याध्यापक के काम और नियमित, प्राइवेट, पुर्न परीक्षार्थी आदि विधार्थियों का रिजल्ट किस सिस्टम के आधार पर तैयार किया जाए, इस संदर्भ में विस्तार से सुचना जारी की गई है। दसवीं का रिजल्ट घोषित करने के बोर्ड बहुत तैयारी करनी होगी। बारहवीं का रिजल्ट तैयार करने के लिए इसी तरह से एक्शन प्लान तैयार करना होगा। ऐसे में बारहवीं का रिजल्ट अगस्त में घोषित होने की संभावना है।