महाराष्ट्र : ईडी के समक्ष कबूलनामे से सामने आया सचिन  वाझे का वसूली रेट कार्ड !

मुंबई, 28 जून : पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे आरोपों की जांच करते हुए केंद्रीय सुरक्षा एजेंसिया ने नौकरी से निकाले गए सहायक पुलिस इंस्पेक्टर साचीज वाझे के भ्रष्टाचार के दलदल में कितने राज छुपे है इसका खुलासा किया है।

अपराध की जांच करने के बजाये डेली के वसूली का टारगेट निश्चित कर वह सुबह ही घर से बाहर निकल जाता था।  मुंबई के बार, लॉज़ेज़ और अन्य जगहों से उसने  हर महीने 2 से चार लाख रुपए वसूल करना तय कर रखा था।  पूर्व पुलिस कमिश्नर परबीर सिंह के लेटर बम में बताई गई तारीख के पहले से वाझे का हफ्ता वसूली शुरू था।  पूछताछ में उसने इस बात का खुलासा किया है।

विस्फोटक कार व मनसुख हिरेन की हत्या मामले के प्रमुख आरोपी सचिन वाझे से सीबीआई और ईडी के अधिकारियों ने तलोजा जेल में जाकर अलग-अलग बयान लिया है।  इनमे आर्थिक गड़बड़ी, हवाला प्रकरण की जानकारी सामने आई है।  परमबीर सिंह ने अपने पत्र में तत्कालीन गृहमंत्री देशमुख, उनके  प्राइवेट सचिव संजीव पलांडे व सहायक कुंदन शिंदे दवारा वाझे को फरवरी मध्य में 100 करोड़ रुपए की वसूली करने का टारगेट दिया था।  इसके तहत दिसंबर में उसने पलांडे को 40 लाख रुपए का गुडलक दिया था।  दिसंबर से फरवरी 2021 की अवधि में 4. 70 करोड़ रुपए शिंदे व पलांडे को दिया था।

परमबीर सिंह की जांच होगी

परमबीर सिंह ने आरोप लगाया है कि अनिल देशमुख ने फरवरी महीने में अपने बंगले पर बुलाकर वसूली का टारगेट दिया था।  लेकिन वाझे इससे पहले से ही वसूली कर रहा था यह बात साफ हो गई है।  उसे इस संबंध में किसने निर्देश दिए थे ? वह सीधे परमबीर सिंह को रिपोर्ट करता था तो क्या उनकी सहमति थी ? इस तरह के सवाल खड़े हो गए है।  सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही परमबीर सिंह से ईडी उनका बयान ले सकती है।