मुंबई, 29 मई : प्रादेशिक परिवहन विभाग में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाए जाने से खलबली मच गई है। आरटीओ के वाहन इंस्पेक्टर ने परिवहन मंत्री अनिल परब सहित राज्य के 6 बड़े अधिकारियों का नाम लिया है। इस मामले को लेकर अब राजनीति गर्मा गई है। मनसे ने इस मामले में ठाकरे सरकार पर निशाना साधा है।
मनसे के महासचिव संदीप देशपांडे ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने सवाल किया है कि 100 करोड़ की महावसूली अब 300 करोड़ पर ? परिवहन मंत्री परब के विभाग के अधिकारी पाटिल ने नाशिक के पंचवटी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। गृह मंत्री वलसे-पाटिल इसकी निष्पक्ष जांच कराएंगे क्या ?
क्या है मामला ?
नाशिक में नियुक्त रहे गजेंद्र पाटिल ने मोटर वाहन इंस्पेक्टर से आरटीओ में गड़बड़ी के मामले में सीधे पंचवटी पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। धुले में कार्यरत रहते हुए निलंबित किये गए पाटिल को फ़िलहाल नाशिक मुख्यालय में हाज़िर होने का आदेश दिया गया है। पाटिल ने कुछ दिन पहले मेल और प्रत्यक्ष रूप से सामने आकर आरटीओ में ट्रांसफर के बहाने करोड़ों रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया।
क्या है आरोप ?
आरटीओ में फ़िलहाल ट्रांसफर के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार चल रहा है। परिवहन आयुक्तालय इसका मुख्य केंद्र है। संकलित हुए ब्लैक मनी से सीधे परिवहन मंत्री का संबंध होने का आरोप शिकायतकर्ता ने लगाया है। इसके साथ ही नाशिक के आलावा मुंबई के छह बड़े अधिकारियों का उल्लेख इस शिकायत आवेदन में किया गया है। संगठित तरीके से चेक पोस्ट पर ट्रांसफर होता है। बंद हो चुके बीएस फोर वाहनों का भी रजिस्ट्रेशन किया जाता है। पैसे के दम पर बस और मालट्रक पास होता है। इससे बड़ी मात्रा में ब्लैक मनी मिलती है। इसके साथ अन्य कई गंभीर आरोप संबंधित वाहन इंस्पेक्टर ने लगाया है।