Maharashtra Politics: मराठा समाज को आरक्षण मिले, इसका विरोध नहीं, लेकिन हम भिखारी हैं क्या? नितीन राऊत का सवाल

अहमदनगर: “मराठा समाज को आरक्षण मिलना चाहिए। उसका विरोध नहीं है, लेकिन हमने अभी भी हाथ में चूड़ियाँ नहीं पहनी हैं। क्या हम भिखारी हैं?” यह सवाल ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने पूछा है। नितिन राउत ने मराठा आरक्षण और पदोन्नति में पिछड़ा वर्ग को आरक्षण इन दो मुद्दों पर आक्रामक चेतावनी दी है।

मराठवाड़ा दौरे पर नितिन राउत

कांग्रेस नेता और ऊर्जा मंत्री नितिन राउत मराठवाड़ा के दौरे पर हैं। इस समय वे पदोन्नति में आरक्षण के संबंध में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, ओबीसी, वीजे, एनटी के अधिकारियों और कर्मचारियों के विचारों को जानेंगे।

हम जो संवैधानिक है जो भारतीय संविधान द्वारा दिया गया है, वही मांग रहे हैं। मराठा समाज को आरक्षण मिलना चाहिए, उनका विरोध नहीं है। लेकिन उन्हें भी हमारी अवमानना नहीं करनी चाहिए।

नितिन राउत आक्रामक

हमने अपने हाथो में चूड़ियाँ नहीं पहनी है। साथ ही हम भिखारी नहीं हैं, ऐसा  नितिन राउत ने कहा। नितिन राउत पिछड़ा वर्ग के अधिकारियों-कर्मचारियों के प्रमोशन में आक्रामक नजर आ रहे हैं।

पदोन्नति में आरक्षण पर घमासान

राज्य सरकार ने 7 मई को प्रमोशन में आरक्षण रद्द करने की अधिसूचना जारी की थी। हालांकि, यह फैसला लेते हुए पिछड़ा वर्ग के प्रमोशन में आरक्षण के लिए राज्य कैबिनेट की उपसमिति को विश्वास में नहीं लिया गया। इसलिए कई लोगों ने नाराजगी व्यक्त की।

इस बीच, कुछ दिन पहले, राज्य के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने स्पष्ट किया था कि 7 मई को निकाले गए पदोन्नति में आरक्षण को स्थगिती देने के लिए जारी जीआर को रद्द किया जाएगा। नितिन राउत ने स्पष्ट किया था कि वह कानूनी बातों का अध्ययन करके इस मुद्दे का हल निकालेंगे।