Maharashtra Police | महाराष्ट्र के 11 पुलिस अधिकारियों को गृह मंत्री पदक; इस बार देशभर के 152 लोग सम्मानित 

 

नई दिल्ली, 13 अगस्त : (Maharashtra Police) आपराधिक मामलों (criminal cases) का सफलतापूर्वक खुलासा करने और अपराध साबित करने को लेकर महाराष्ट्र के 11 पुलिस अधिकारियों (Maharashtra Police) को इस बार केंद्रीय गृह मंत्री पदक (Union Home Minister Medal) से  सम्मानित किया गया है।  गृह मंत्रालय दवारा सीबीआई (CBI)  के 15 अधिकारियों समेत देशभर के कुल 152 अधिकारियों को सम्मानित किया गया है।  महाराष्ट्र पुलिस विभाग (Maharashtra Police Department) के पुलिस सुप्रीटेंडेंट सुनील कड़ासने (Superintendent of Police Sunil Kadasane) , उमेश पाटिल (Umesh Patil), सहायक पुलिस आयुक्त पद्मजा अमोले (Superintendent of Police Sunil Kadasane),  प्रीति टिपरे ( Preeti Tipre), पुलिस डिप्टी सुप्रीटेंडेंट बाबूराव महामुनि (Deputy Superintendent of Police Baburao Mahamuni), अजीत टिके (Ajit Tike), पुलिस इंस्पेक्टर ममता डिसूजा (Police Inspector Mamta D’Souza), मनोहर पाटिल (Manohar Patil),  एपीआई अलका जाधव (API Alka Jadhav), राहुल भाउरे (Rahul Bhaure) को सम्मानित किया गया है।

मध्य प्रदेश के 11, उत्तर प्रदेश के 10, तमिलनाडु के 8, बिहार के 7, गुजरात, कर्नाटक व दिल्ली में से प्रत्येक के 6 -6  और राजस्थान व केरल के 9-9 कर्मचारियों को सम्मानित किया गया है।  जांच में उच्च मापदंड, ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, आसाधारण साहस का परिचय देने वाले इस सम्मान से सम्मानित किये जाते है।

 

Ayurveda Expert Balaji Tambe | आयुर्वेदाचार्य बालाजी तांबे का निधन कोरोना संक्रमण से?

आयुर्वेदाचार्य बालाजी तांबे (Ayurveda Expert Balaji Tambe) का कोरोना संक्रमण (corona infection) से निधन होने की खबर सामने आई है।  पिछले कई दिनों से उनकी तबीयत सही नहीं थी. उनका पुणे (pune) के एक प्राइवेट हॉस्पिटल (private hospital) में उपचार (treatment) चल रहा था।  10 अगस्त को उनका निधन (death) हो गया।  लेकिन उनके परिवार का दावा है कि तांबे (Ayurveda Expert Balaji Tambe) को कोरोना संक्रमण नहीं हुआ था।

पुणे मनपा क्षेत्र में कोरोना संक्रमण से संक्रमित व्यक्ति की प्राइवेट हॉस्पिटल में मौत होने पर संबंधित व्यक्ति का अंतिम संस्कार के लिए हॉस्पिटल से सीधे श्मशान भूमि में  ऑनलाइन  रजिस्ट्रेशन  कराया  जाता है।  अन्य वजहों से मरने वाले मरीजों को लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल दवारा इस तरह की पहल नहीं की जाती  है।