महाराष्ट्र पंचायत चुनाव… ग्रामीण भागों में भी शिवसेना का जबर्दस्त प्रभाव, भाजपा से कांटे की टक्कर 

मुंबई. ऑनलाइन टीम : महाराष्ट्र में ग्राम पंचायत चुनावों के वोटों की गिनती शुरू हो गई है। पूरा परिणाम शाम तक आने की उम्मीद है, लेकिन शिवसेना और भाजपा में कांटे की लड़ाई दिख रही है। ग्राम पंचायत के रुझान से एक और बात स्पष्ट होती हुई दिख रही है, वो यह है कि शिवसेना ने ग्रामीण भागों में अपना जबर्दस्त प्रभाव बढ़ाया है।

अब तक शिवसेना को अर्बन पार्टी समझा जाता था और मुंबई और कोकण क्षेत्र तक इसका असर समझा जाता था, लेकिन ग्राम पंचायत के चुनाव में शिवसेना और भजपा में ही पहले और दूसरे नंबर की लड़ाई चल रही है। अब तक 1900 पंचायतों के नतीजे आ चुके हैं। 390 सीटों पर दोनों में कांटे की टक्कर दे रही हैं।

बता दें कि महाराष्ट्र के 34 जिलों में 12,711 ग्राम पंचायतों के चुनाव के लिए शुक्रवार को वोटिंग हुई थी। 15 जनवरी को लगभग आधे या 12,711 ग्राम पंचायत के चुनाव हुए, जबकि गड़चिरोली की 162 पंचायतों में 20 जनवरी को मतदान होंगे। आयोग ने कहा है नक्सल प्रभावित जिला गड़चिरोली की छह तालुकाओं की 162 ग्राम पंचायतों में मतदान 20 जनवरी को होगा।

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, रुझानों के अनुसार, सत्तारूढ़ शिवसेना आगे चल रही है, वहीं भाजपा भी बराबर टक्कर में नजर आ रही है।  यह चुनाव भाजपा के लिए खतरे की घंटी है। कहा जा रहा है कि राकांपा, शिवसेना, कांग्रेस का साथ आना और भाजपा के भीतर आंतरिक अंतर्विरोध, चुनाव के परिणाम को प्रभावित कर रहा है।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील को बड़ा झटका लगा है। उनके क्षेत्र में 9 में से 6 सीटों पर शिवसेना की जीत हुई है। खानापुर गांव में 9 में से 6 सीटों पर शिवसेना ने जीत हासिल कर चंद्रकांत पाटील को जोरदार झटका दिया है। विवादों में घिरे धनंजय मुंडे का वर्चस्व कायम है। एकनाथ खडसे के गांव मुक्ताई नगर (जलगांव जिला) में भाजपा को झटका लगा है, इसके पीछे खडसे के राकांपा में जाने का असर माना जा रहा है।