महाराष्ट्र : प्रताप सरनाईक को लेकर जल्द खबर मिलेगी, संजय राऊत का बड़ा बयान

मुंबई, 26 जून : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुश्किलों में घिरे शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक के पत्र से शिवसेना में खलबली मच गई थी। लेकिन अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सरनाईक को लेकर निर्णय लिया है। जल्द इसकी जानकारी दी जाएगी। यह सांकेतिक बयान शिवसेना सांसद संजय राऊत ने दिया है।

शिवसेना के नेता संजय राऊत ने आज राज्य के मुख्यमंत्री और शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के मातोश्री निवेश पर मुलाकात की। दोपहर 12. 30 से 2. 30 बजे तक यह बैठक चली। इस बैठक में राज्य के कई मुद्दों पर चर्चा हुई। सबसे महत्वपूर्ण माने जा रहे भाजपा के साथ हाथ मिलाने वाला पत्र लिखने वाले प्रताप सरनाईक को लेकर इस बैठक में चर्चा हुई।

संजय राऊत ने बताया कि इस बैठक में प्रताप सरनाईक पर चर्चा हुई है। उन्होंने पत्र में अपनी भावना व्यक्त की थी. सरनाईक ने कहा है कि आजन्म शिवसैनिक रहेंगे। मैंने यह साहेब को बताया है। ऐसे में प्रताप सरनाईक के संदर्भ में जल्द आपको एक खबर मिलेगी।

उन्होंने कहा कि शिवसेना के पार्टी प्रमुख ही मुख्यमंत्री है। लेकिन आज की हमारी चर्चा पार्टी प्रमुख से हुई है। संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा हुई है। पार्टी मजबूत रहेगी तो सरकार अधिक समय तक टिकेगी। मुख्यमंत्री भी हमारा होगा। संगठन का काम करने की जरूरत है। विधानसभा अधिवेशन शुरू होने वाला है उसे लेकर मुख्यमंत्री काम कर रहे है।

आज पार्टी प्रमुख से हुई चर्चा की बाहर चर्चा हो ऐसा कुछ विशेष नहीं है। सब कुछ अपनी जगह पर स्थिर है। महाराष्ट्र के विकास के खिलाफ किसी ने ढोल बजाय तो भी यह राज्य उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में चल रहा है जो अपना कार्यकाल पूरा करेगा। पवार का राजनीतिक मैसेज है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उत्तम काम कर रहे है। लोगों में उनकी लोकप्रियता बढ़ रही है। ऐसे में भविष्य में महाविकास आघाडी को इसका फायदा होगा। आज हम एनडीए और यूपीए में नहीं है। इस पर राष्ट्रीय स्तर पर एक गठबंधन बनाने का प्रयास विरोधी दलों में नज़र आ रहा है। इसलिए इसमें ज्यादा से ज्यादा प्रादेशिक पार्टियों को शामिल करने का प्रयास जारी है। पवार साहेब की भूमिका कुछ भी होगी ? उसके लिए वह योग्य है।

कोई कह रहा है तीसरा गठबंधन बन रहा है। एक सशक्त गठबंधन विकल्प के रूप में खड़ा होता है तो इस पर हमारे प्रमुख निर्णय लेंगे।

प्रशांत किशोर ने किनसे मुलाकात की, यह उनकी समस्या है। पवार साहेब ने किनसे मुलाकात की यह उनका सवाल है। पवार साहेब किसी से मिलते है तो उसे सकारात्मक दृष्टि से देखना चाहिए।

अनिल देशमुख मामले पर हमारी नज़र है। कुछ बातें केंद्रीय जांच एजेंसियां बढ़ा-चढ़कर पेश कर रही है। ऐसा नहीं होना चाहिए।