मुंबई, 11 सितंबर : Maharashtra | मनसुख हिरेन हत्याकांड की जांच कर रही एनआईए की चार्जशीट से रोज नई नई जानकारी सामने आ रही है। मनसुख हिरेन की हत्या (Mansukh Hiren murder case) करने के बाद चार आरोपियों ने ठाणे (thane) के एक ढाबे में भरपेट भोजन किया था। यह जानकारी चार्जशीट (charge sheet) में दी गई है। इन चारों आरोपियों में आनंद जाधव, संतोष शेलार, मनीष सोनी और सतीश मोतकुरी उर्फ़ टन्नी का नाम शामिल है।
मनसुख हिरेन की हत्या कैसे की थी ?
आरोपी आनंद जाधव ने एनआईए को बताया है कि उसने और अन्य तीन आरोपियों ने 4 मार्च को मनसुख हिरेन की हत्या की थी। इससे पहले 3 मार्च को जगह की रेकी की थी। 4 मार्च को मनीष सोनी ने लाल रंग तवेरा से घोड़बंदर रोड से ठाणे की दिशा में गया था। ठाणे आने के बाद मनसुख हिरेन को गाडी में बिठाया गया। कुछ देर बाद सतीश ने मनसुख का मुंह दबाया और रुमाल ठूस दिया। अन्य लोगों ने मनसुख का नाक दबाया जिसकी वजह से वह सांस नहीं ले पाए। दस से पंधरा मिनट में मनसुख हिरेन की मौत हो गई। इसके बाद गाडी शुरू कर उसे पुल पर लाया गया और शव को खाड़ी में फेंक दिया गया।
मनसुख हिरेन की हत्या होने के बाद आरोपियों ने एनकाउंटर स्पेशिलिस्ट प्रदीप शर्मा को फ़ोन फ़ोन लगाया और दूसरी तरफ से सिर्फ ओके जवाब आया। इसके बाद सभी आरोपियों ने काठियावाड़ी ढाबे में पेट भर खाना खाया।