Maharashtra Lockdown: मुख्यमंत्री टीवी पर आकर ज्ञान देंगे तो कोई भी 1 जून के बाद नहीं सुनेगा: इम्तियाज जलील

ऑनलाइन टीम- राज्य अब लॉकडाउन के मुद्दे पर राजनीति गर्म होती नजर आ रही है। औरंगाबाद में शिवसेना और एमआईएम पार्टी आमने-सामने हैं। अगर लॉकडाउन नहीं हटाया गया तो औरंगाबाद में 1 जून से लॉकडाउन प्रतिबंधों का पालन नहीं किया जाएगा। दुकानें खोली जाएंगी, ऐसी सीधी चेतावनी एमआईएम के औरंगाबाद सांसद इम्तियाज जलील ने दी है।

लॉकडाउन में अब ढील देने की जरूरत है। किसी भी हाल में लॉकडाउन हटा लिया जाना चाहिए नहीं तो लोग अब लॉकडाउन का पालन नहीं करेंगे। औरंगाबाद के लोग तो निश्चित रूप से 1 जून से लॉकडाउन का पालन नहीं करेंगे। दो महीने पहले शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 1800 के ऊपर चला गया था लेकिन आज हम 120 पर आ गए हैं। ग्रामीण इलाकों में हम 200 के आसपास आ चुके हैं। लोगों ने इतना सहयोग किया है, इतनी कठिनाई को सहन कर आंकड़े कम किए हैं। अब फिर से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मैंने कहा तो भी लोग 1  जून के बाद नहीं सुनेंगे, ऐसा इम्तियाज जलील ने कहा।

लॉकडाउन की भी एक सीमा होती है। आज तक लोगों ने बहुत कुछ सहा है। कई लोगों की नौकरी चली गई है और वे अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हम अकेले प्रधानमंत्री की तो हम 200 प्रतिशत नहीं सुनेंगे। हम क्या अब तो उनके भक्त भी नहीं सुनेंगे। क्योंकि जब देश में अरबों लोग रो रहे थे। उस समय प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में दीदी ओ दीदी कर रहे थे, यह आरोप जलील ने लगाया है।

इस बीच, शिवसेना के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने भी जलील की चुनौती का जवाब दिया है। अगर इम्तियाज जलील औरंगाबाद में दुकान खोलने की कोशिश करते हैं, तो शिवसेना उन्हें जवाब देगी, यह चेतावनी खैरे ने दी है। राज्य में तीसरी लहर आने की संभावना है। इसलिए प्रशासनिक स्तर पर लिए गए फैसलों का पालन किया जाना चाहिए। खैरे ने मांग की कि प्रशासन जलील के बयानों पर संज्ञान लेकर उसके खिलाफ कार्रवाई करे।