मुंबई : राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण की पृष्ठभूमि पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार रात को राज्य की जनता को संबोधित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कोरोना की चेन ब्रेक करने के लिए 15 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की। साथ ही इस दौरान सर्वसामान्य लोगों के लिए मदद की घोषणा की। वहीं इस मदद को कम बताते हुए भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी की।
इस बारे में किए गए ट्वीट में अतुल भातखलकर ने कहा कि मुख्यमंत्री महोदय का एफबी लाइव हमेशा की तरह ‘कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन है सॉल्यूशन का पता नहीं’ जैसा था। मदद के नाम पर लोगों का मुंह पोछने का काम उन्होंने किया है। स्थिति इतनी गंभीर होने के बाद भी मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के पास मदद मांगने के लिए किसका इंतजार कर रहे थे? यह सवाल उन्होंने उठाया।
मुख्यमंत्री ने जो मदद का हाथ बढाया है वो अपर्याप्त है। अतुल भातखलकर ने कहा कि मध्यमवर्ग, दुकानदार, सैलून ऐसे कितने लोग मदद से वंचित रहेंगे। इनके बारे में कौन सोचेगा। वैसे भी जिन लोगो को मदद दी है वो अपर्याप्त है। जो मन में आया वो बोलना है और जो मन में आया वो करना है, हर जगह भ्रम की स्थिति बनानी है।
कल रात राज्य की जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सख्त प्रतिबंध की घोषणा की। इस दौरान अत्यावश्यक सेवा साथ ही सार्वजनिक यातायात शुरू रहेंगे। कोरोना उपाययोजना और लॉकडाउन की मार झेल रहे लोगो की मदद के लिए 5476 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा मुख्यमंत्री ने की। ऑक्सीजन लाने के लिए सेना की मदद मांगने की बाद भी मुख्यमंत्री ने स्पष्ट की।
बीते कुछ दिनो से लॉकडाउन की चर्चा चल रही थी, ऐसे में राज्य की जनता से संवाद साधते हुए बुधवार रात 8 बजे से धारा 144 यानी कि कर्फ्यू लागू करने की घोषणा की। कुछ दिनो से दिन में जमावबंदी और रात में कर्फ्यू चल रहा था अब पूर्ण लॉकडाउन कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जनता कर्फ्यू होगा, जो जनता की मदद के बिना सफल नहीं हो सकता है।