राजगुरुनगर, 14 सितंबर : Maharashtra | मध्यरात्रि में नए खेड़ घाट (Khed Ghat) में एक कार डेढ़ सौ फ़ीट नीचे गिर गई। इस घटना में कार चालक को सोमवार की रात बचा लिया गया। समय आ गया था लेकिन काल नहीं। यह बात (Maharashtra) एक बार फिर से साबित हो गई है। पुलिस और कार्यकर्ताओं के समय पर पहुंचने की वजह से कार चालक की जान बच गई।
सोमवार की मध्य रात्रि साढ़े 12 बजे पुणे-नाशिक हाईवे से एक फिएट कार (एम एच 15 एफ एन 1573 ) नाशिक से पुणे आ रही थी। संजय मधुकर खैरनार (उम्र 41, नि – नाशिक रोड, नाशिक ) खुद गाडी चला रहे थे। वह पुणे में अपने साढ़ू के पास जा रहे थे। नए खेड़ घाट से कार से जाने के दौरान उन्हें कार में कुछ दिक्कत महसूस हुई । इसलिए उन्होंने कार एक किनारे रोक दी। उन्होंने गियर और एक्सलीटर की जांच कर रहे थे। इसी दौरान उनका गाडी से कंट्रोल छूट गया गाडी बाई तरफ डेढ़ सौ फ़ीट नीचे खाई में जा गिरी। हाल ही में घाट का काम किया गया है इसकी वजह से बड़े पत्थरों पर भराव डाला गया है। इसकी वजह से गाडी एक जगह पर जाकर फंस गई।
किसी को घटना की भनक लगी तो उसने खेड़ पुलिस को घटना की जानकारी दी। सहायक पुलिस इंस्पेक्टर राहुल लाड, पुलिसकर्मी स्वप्निल गाढ़वे, सतोष घोलप, शेखर भोईर, अर्जुन गोडसे, होमगार्ड गुलाब लोखंडे, ,बाला भाम्बूरे आदि मौके पर पहुंचे। वे नीचे उतरे और कार के पास पहुंचे। उन्होंने शीशा तोड़कर खैरनार को बाहर निकाला। वे आगे और पीछे की सीट के बीच फंसे थे। वह बेहोस थे। लेकिन कोई भी बड़ा जख्म नहीं था और न ही खून निकल रहा था। सभी मिलकर उन्हें ऊपर लाये और उन्हें सुश्रुत हॉस्पिटल भेजा। खैरनार ठीक है और उन्हें कोई गंभीर जख्म नहीं है। समय पर पुलिस के पहुंचने से खैरनार की जान बच गई।
RBI की ओर से सभी बैंक ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण सूचना, जल्द से जल्द करें चेक