महाराष्ट्र : कुंदन शिंदे ने अनिल देशमुख को 4 करोड़ रुपए दिए, सचिन वाझे ने पूछताछ में किया बड़ा खुलासा

मुंबई, 26 जून : राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के दो पीए को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। सचिन वाझे और बार मालिक से पूछताछ के बाद कुंदन शिंदे और संजीव पलांडे को गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद सामने आई जानकारी के अनुसार सचिन वाझे ने पूछताछ में कुंदन शिंदे और संजीव पलांडे का नाम लिया था। ईडी के सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

4 करोड़ 80 लाख रुपए बार मालिक ने सचिन वाझे को दिए थे। सचिन वाझे ने यह पैसे कुंदन शिंदे को दिए। और कुंदन शिंदे ने यह पैसे अनिल देशमुख को दिए जाने का खुलासा सचिन वाझे ने पूछताछ में किया है।

दूसरी तरफ कुंदन शिंदे और संजीव पलांडे की रिमांड पर मुंबई सत्र न्यायालय में सुनवाई चल रही है। न्यायमूर्ति डॉ. यू जे मोरे इसकी सुनवाई कर रहे है। वकील शेखर जगताप संजीव पलांडे की तरफ से दलील पेश कर रहे है जबकि कुंदन शिंदे की तरफ से अभिजीत सावंत और मेहुल ठक्कर दलील पेश कर रहे है। ईडी की तरफ से वकील सुनील गोनसावलीस ईडी का पक्ष रख रहे है। उन्होंने दोनों की 7 दिन की पुलिस कस्टडी मांगी है।

ईडी के वकील की जानकारी

वकील सुनील गोनसावलीस ने कोर्ट को बताया है कि मुंबई हाई कोर्ट में तीन जनहित याचिका दायर की गई है। इन याचिकाओं पर दिए गए आदेश पर सीबीआई ने अनिल देशमुख पर केस दर्ज किया है।

PMLA ACT 50 के अनुसार अनिल देशमुख का जवाब ईडी ने ले लिया है। सीबीआई दवारा दर्ज केस में ईडी ने ECR रजिस्टर किया है। इसके बाद पूछताछ के लिए समन जारी किया जाता है। संजीव पलांडे देशमुख के पीए है जबकि शिंदे अनिल देशमुख के अस्सिटेंट है।

सचिन वाझे ने दिसंबर महीने में 40 लाख रुपए गुडलक के रूप में संजीव पलांडे को दिया था। मुंबई पुलिस परिमंडल 1 से 6 और 7 से 12 क्षेत्र को मिलकर सचिन वाझे ने 4 करोड़ 80 लाख रुपए जमा किया था। वकील ने दावा किया है कि ये पैसे 60 बार मालिकों से जमा किये गए थे। बार मालिक जाया शेट्ठी और महेश शेट्टी ने बताया कि देर रात तक बार खुली रखने के लिए ये पैसे जमा किये गए थे।

बार मालिकों का बयान लिया गया

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी के अधिकारियो ने 10 से 12 बार मालिकों का बयान लिया है। इन बार मालिकों ने हफ्ता देने की बात कबूल की है। 10 से 12 बार मालिकों ने महीने में चार करोड़ रुपए का हफ्ता देने की बात कबूल की है। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने लेटर बम के जरिये अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपए की वसूली करने का आरोप लगाया था। इस मामले में संजीव पलांडे के नाम का भी जिक्र किया था।