मुंबई, 26 जून : राज्य में कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ रही है। लेकिन तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है। इसी बीच देश में डेल्टा प्लस के 48 मरीज मिले है जिनमे से 20 मरीज महाराष्ट्र में है। इस वजह से कोरोना का खतरा बढ़ गया है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर में राज्य के 50 लाख लोग संक्रमित हो सकते है और इसमें 5 लाख बच्चे शामिल होंगे। यह चेतावनी अन्न व औषध प्रशासन मंत्री डॉ. राजेंद्र शिंगणे ने दी है।
बुलढाणा में पत्रकारों से बात करते हुए राजेंद्र शिंगणे ने बताया कि तीसरी लहर काफी तेज़ होगा। तब एक्टिव मरीजों की संख्या 8 लाख तक होगी। करीब 5 लाख बच्चों को कोरोना होगा। इसमें से 2. 50 लाख बच्चों को हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ेगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस पर चर्चा हुई।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने, दवा का स्टॉक और स्वास्थ्य कर्मचारियों की व्यवस्था का काम जारी है। तीसरी लहर में बच्चों के खतरे को देखते हुए बाल रोग विशेषज्ञों को भी तैयार किया जा रहा है।
डेल्टा प्लस का खतरा बढ़ने की वजह से पहला और दूसरा स्तर रद्द
कोरोना पॉजिटिविटी रेट के अनुसार निश्चित किये गए एक और दो स्तर को रद्द कर केवल तीन, चार और पांच इन तीन स्तर को बनाये रखने का निर्णय राज्य सरकार ने शुक्रवार को लिया। शुक्रवार के इस निर्णय से 33 जिलों में स्तर तीन प्रतिबंध लागू हो गया है।
अब तक एक और दो स्तर वाले जिलों में तीसरे स्तर का प्रतिबंध लगाया गया है। पिछले सप्ताह राज्य के 25 जिले स्तर एक में थे। इसके अलावा पहले से ही 8 जिले तीन स्तर में थे। अब इन सभी जिलों में स्तर का प्रतिबंध रहेगा। डेल्टा वैरियंट के फैलाओ और संभावित तीसरी लहर को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
पहले एक सप्ताह में पॉजिटिविटी रेट चेक किया जाता था अब दो सप्ताह में किया जाएगा। अधिक प्रतिबंध लगाना हो तो दो सप्ताह तक इंतजार करने की जरुरत नहीं है। जिला प्रशासन जरुरत के अनुसार निर्णय ले सकती है।