वडगाव, 24 सितंबर : Maharashtra | वडगाव कशीबेग़ में किसान वसंत तुकाराम डोके (Vasant Tukaram Doke) की मामूली खेती है। जिरायती और बगावती को मिलकर केवल तीन एकड़ खेती व एक दूध देने वाली गाय है। इस कमाई से उनके परिवार (Maharashtra ) का भरण पोषण होता है। लेकिन उन्होंने शुरुआत से अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर ऊंचे पद पर बिठाने का सपना देखा था।
तीन बेटों, पत्नी के साथ वडगाव में रहने वाले डोके ने खेत की नगदी फसल लेकर बेटों को आगे की पढाई के लिए पुणे भेज दिया। उनका बेटा प्रमोद अब CA बन गया है। उसकी सफलता पर डोके फुले नहीं समा रहे है। प्रमोद ने पहली से चौथी तक की पढाई वडगाव कशीबेग़ के जिला परिषद् स्कूल से की है। पांचवी से दसवीं तक मंचर के महात्मा गांधी स्कूल में पढ़ाई की। पिता के प्रोत्साहन से आगे की पढाई के लिए पुणे के बीएमसीसी कॉलेज में एडमिशन लिया।
कॉलेज में रहते 2016 से वे सीए परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। इस दौरान उन्हें पिता की तरफ से लगातार प्रोत्साहन मिलता रहा. गांव के पूर्व सरपंच बालासाहेब पिंगले , मारुती डोके ने भी प्रमोद डोके को प्रोत्साहित किया। किसान परिवार की पृष्ठभूमि होने के बावजूद प्रमोद डोके के सीए की परीक्षा पास की है। इस गांव में वह एक मात्र सीए है। प्रमोद डोके ने कहा कि शुरुआत में अनुभव के लिए कोई नौकरी करके सीए की प्रैक्टिस शुरू करूंगा। प्रमोद के सफल होने पर ग्रामीणों ने उन्हें सम्मानित किया है। वसंत डोके बेटे के सीए बनने से गर्व महसूस कर रहे है।
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