महाराष्ट्र : डेल्टा प्लस की टेस्ट रिपोर्ट 2 दिनों में मिलेगी, चिंचपोकली के कस्तूरबा हॉस्पिटल में होगी टेस्टिंग

मुंबई, 29 जून : डेल्टा प्लस संक्रमण की टेस्टिंग के लिए फ़िलहाल मुंबई के सैंपल पुणे भेजना पड़ रहा है। इसकी रिपोर्ट आने में दो से तीन महीने का समय लग रहा है। इस देरी से बचने के लिए मनपा ने चिंचपोकली के कस्तूरबा हॉस्पिटल में डेल्टा प्लस टेस्टिंग की तैयारी शुरू की है। इसके लिए अमेरिका से साढ़े 6 करोड़ रुपए का अत्याधुनिक मशीन दो सप्ताह में आएगा। इसके बाद दो-तीन दिन में डेल्टा की टेस्टिंग रिपोर्ट मिल पाएगी।

फरवरी से मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई थी। इस संक्रमण पर अब पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया गया है। लेकिन अब डेल्टा प्लस का नया संकट मुंबई के सामने खड़ा हो गया है। डेल्टा प्लस के 600 संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट मनपा को मिली है। डेल्टा संक्रमण के अब तक केवल मरीज मिले है जो ठीक चुके है। लेकिन सतर्कता के तौर पर अलग अलग संक्रमण की टेस्टिंग के लिए सिस्टम तैयार किया जा रहा है।

फ़िलहाल ऐसे ही अलग तरह के संक्रमण जिनोम सीक्वेंस के लिए पुणे के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ वायरोलॉजी संस्था के पास संदिग्धों के सैंपल टेस्टिंग के लिए भेजे गए है। लेकिन इस टेस्टिंग की रिपोर्ट आने में दो महीने का वक़्त लग जाता है। डेल्टा प्लस संक्रमण के तेज़ी से फैलना का खतरा देरी से मुंबई के लिए घातक साबित हो सकता है। इसलिए मनपा ने डेल्टा प्लस जैसे संक्रमण की टेस्टिंग कस्तूरबा हॉस्पिटल में करने का निर्णय लिया है।

कहा होगी टेस्टिंग

डेल्टा प्लस कोरोना की तुलना में तेज़ी से फैलने वाला संक्रमण है। ऐसे में किसी जगह, बस्ती या परिसर में तेज़ी से फ़ैल रहे एक ही तरह से लक्षण वाले मरीज मिलने या मौत के मामले में टेस्टिंग की जाएगी। एक दिन में 200 से 300 टेस्टिंग हो सकती है। लेकिन यह टेस्टिंग खर्चीला होने की वजह से सभी की नहीं की जाएगी।

डेल्टा प्लस संक्रमण की टेस्टिंग के लिए कस्तूरबा हॉस्पिटल में अत्याधुनिक महीने लगाई जा रही है। इससे दो से तीन दिन में रिपोर्ट मिल जाएगी। ऐसे में संक्रमित मरीज को लेकर सावधानी बरतने और उनका तुरंत उपचार शुरू करना संभव होगा।