Maharashtra Crime Rate | महिला अत्याचार के मामले में नागपुर राज्य का क्राइम कैपिटल ; राज्य में सबसे अधिक दर नागपुर में 

नागपुर, 18 सितंबर : Maharashtra Crime Rate | महिलाओं के लिए सुरक्षित माने जाने वाले उपराजधानी में भी नाबालिग लड़कियों और महिलाओं के सुरक्षित नहीं होने की दुर्भाग्यपूर्ण तस्वीर सामने आई है।  पिछले चार वर्षों में महिला अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे है।  2019 की तुलना में 2020 में महिला अत्याचार (female oppression) में बढ़ोतरी हुई है।  दुर्भाग्य की बात यह है कि महिला अत्याचार के मामले में नागपुर क नंबर राज्य में पहला और देश में चौथा (Maharashtra Crime Rate) था।  एक तरह से यह महिला अत्याचार के मामले में क्राइम कैपिटल (crime capital) बन गया है।  एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो )  के आंकड़े से यह चौंकाने वाली जानकारी  सामने आई है।

2020 में नागपुर में 18 वर्ष से अधिक उम्र की 79 महिलाओ के साथ अत्याचार हुआ।  महिलाओ पर अत्याचार की रेट 6. 5 है।  मुंबई, पुणे यही रेट हर हज़ार पर 3. 8 व 2. 5 था।  इन आंकड़ों पर विचार करे तो 2019 में यह आंकड़ा 73 था।

पोक्सो के तहत कुल 196 केस दर्ज 
2018 की तुलना में 2020 में नाबालिग लड़कियों पर अत्याचार के मामले बढे है।  पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज होने वाले केस में नागपुर देश में तीसरे नंबर पर है।  2020 में नागपुर में पोक्सो एक्ट के तहत 196 केस दर्ज किया गया था और 198 लड़की पीड़ित मानी गई।  इनमे नाबालिग लड़कियों के साथ हुए अत्याचार की संख्या 93 थी।  जबकि 103 मामलों में 105 नाबालिग लड़की के साथ अत्याचार का प्रयास किया गया।
अपहरण के मामले में देश में पांचवां नंबर 
लोखड़ौन होने के बावजूद अपराध बढ़ा था और 2020 में महिलाओं के अपहरण की रेट राज्य में सबसे अधिक नागपुर में थी।  नागपुर में 253 महिलाओं अपहरण हुआ व पुणे में यह आंकड़ा 260 था।  अपहरण के मामले ने नागपुर का रेट 20. 1% है।  मुंबई में यह रेट 9 और पुणे में 10. 7 है।