Maharashtra : बारामती में म्यूकर माइकोसिस के 14 मरीज, जल्द बनेगा 30 बेड वाला अस्पताल

बारामती : ऑनलाइन टीम – नटराज नाट्य कला मंडल व इंडियन डेंटल असोसिएशन फलटण-बारामती द्वारा संयुक्त आयोजित कैंप में  म्यूकर माइकोसिस के 14 मरीज मिले। इस बीच वरिष्ठ नगरसेवक किरण गूजर ने कहा कि बारामती में म्यूकर माइकोसिस के लिए अलग वार्ड बनाने और मुफ्त इलाज के लिए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा।

कोरोना से ठीक होने के बाद अब म्यूकर माइकोसिस पीड़ितों को अपने चपेट में ले रहा है। यह बीमारी अब कई राज्यों में फैलने लगा है। महाराष्ट्र में इसके अब तक 1500 मरीज मिले है। जबकि 90 की मौत हो चुकी है। इस पृष्ठभूमि में, बारामती में प्रथम  म्यूकर माइकोसिस निदान शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में 650 से अधिक नागरिकों की जांच की गई। जांच में  म्यूकर माइकोसिस के 14 संदिग्ध मरीज मिले। वे एमआरआई, सीटी स्कैन, स्वैब जांच आदि जैसे परीक्षणों से गुजरेंगे और कुछ रोगियों को सर्जरी से गुजरना होगा। इस बीच वरिष्ठ नगरसेवक किरण गुजर ने बताया कि शिविर का आयोजन प्रत्येक बुधवार को किया जाएगा।

बता दें कि बिना किसी डर के सही समय पर इसका इलाज किया जाए तो इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है। इसके लक्षण नाक से खून बहना, पपड़ी जमना या काला-सा कुछ निकलना, नाक का बंद होना, सिर और आंख में दर्द, आंखों के पास सूजन, धुंधला दिखना, आंखों का लाल होना, कम दिखाई देना, आंख को खोलने-बंद करने में दिक्कत होना, दांतों का गिरना, मुंह के अंदर या आसपास सूजन होना।

जल्द ही बनेगा 30 बिस्तरों वाला अस्पताल –
म्यूकर माइकोसिस के रोगियों के लिए आवश्यक दवाओं की आपूर्ति जिला कलेक्टर द्वारा की जाएगी। इन सभी मरीजों का इलाज बारामती में महात्मा फुले जन आरोग्य योजना के तहत आने वाले अस्पतालों में किया जाएगा। यह बीमारी गंभीर और इलाज में महंगी है। इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, एक अलग 30-बेड म्यूकर माइकोसिस अस्पताल जल्द ही एक सरकारी स्थान पर स्थापित किया जाएगा। इसमें बारामती के सरकारी और निजी अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जाएगा। इसकी जानकारी सिल्व्हर ज्युबिली उपजिल्हा रुग्णालया के वैद्यकिय अधिक्षक डॉ. सदानंद काळे ने दी।