महाड , 24 जुलाई : (Mahad Poladpur Landslide) कोंकण में बारिश के हाहाकार से महाड-पोलादपुर तालुका में मौत का पहाड़ ढह गया है। (Mahad Poladpur Landslide) इस भयानक दुर्घटना में 49 लोगों की मौत हो गई है। महाड में पहाड़ी के नीचे बसा गांव श्मशान बन गया है। चट्टान के नीचे दबकर 38 ग्रामीणों की मौत हो गई। पोलादपुर के केवनाले और गोवेले सुतारवाड़ी में घर पर चट्टान गिरने से 11 लोगों की मौत हो गई। किसी की मां, किसी की बहन, किसी की बेटी और किसी के पिता की इसमें मौत हो गई। एक ही पल में कई लोगों की दुनिया उजर गई।
घर में किसी के नहीं बचने की वजह से कौन किसे सांत्वना दे, ऐसी स्थिति पैदा हो गई है। मृतकों का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है। घटनास्थल पर युद्धस्तर कर बचाव और राहत का काम चल रहा है। शुक्रवार की शाम जोरदार बारिश होने की वजह से पुरे रायगढ़ जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
महाड से 20 किलोमीटर दूर तलिये गांव है। गुरुवार की शाम पहाड़ी से 32 घरों पर चट्टानें गिरी। इस गांव तक पहुंचने के सारे रास्ते मूसलाधार बारिश , बाढ़ की वजह से बंद है। वरंध घाट में भी चट्टान गिरने से रास्ता ठप था। इस वजह से तलिये गांव में मदद पहुंचाने में देरी हुई।
बताया जा रहा है कि रात 9 बजे पहाड़ से चट्टानें गिरी। नेटवर्क भी बंद होने की वजह से किसी से संपर्क नहीं किया जा सका। चट्टान गिरने की तेज़ आवाज आने पर एक घर की दो महिला बाहर आई और ग्रामीणों को मदद के लिए पुकारा। पोलादपुर तालुका के गोवेले सुतारवाड़ी में चट्टान गिरने से पांच लोग और केवनाले में 6 ग्रामीणों की मौत हो गई।