Love Jihad | महाराष्ट्र धर्म महत्वपूर्ण, यहां लव जिहाद की जगह नहीं 

पुणे (Pune News), 13 जुलाई : पुणे (Pune) में हाल ही में चर्चा में रहे कथित लव जिहाद (Love Jihad)  मामला यानी हिन्दू-मुस्लिम विवाह (Hindu-Muslim marriage) इच्छुक जोड़ियों और उनके परिवार को मिल रही धमकियों को देखते हुए शिवसेना (Shiv sena) नेता उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने बयान दिया है।  उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में महाराष्ट्र धर्म (Maharashtra Religion) महत्वपूर्ण है।  यहां लव जिहाद (Love Jihad) की कोई जगह नहीं है।

 

शिवसेना (Shiv sena) शिवसंपर्क अभियान का पुणे (Pune) में उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) के हाथों शुरुआत किया गया.  इसी मौके पर आयोजित कार्यक्रम में उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने मीडिया से विभिन्न मुद्दों पर बात की।  पुणे (Pune) में एक अंतरधार्मिक शादी (interfaith marriage) की चर्चा हो रही है।  शादी करने की इच्छा रखने वाला युवक मुस्लिम (Muslim) और लड़की हिन्दू (Hindu) है। उन्हें धमकियां मिल रही है।  इस मामले के बाद एक बार फिर  से राज्य में लव जिहाद (Love Jihad) की चर्चा शुरू हो गई है।  इस पर उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने कहा कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में महाराष्ट्र धर्म (Maharashtra Religion) महत्वपूर्ण है।  यहां तथाकथित लव जिहाद (Love Jihad) की कोई जगह नहीं है।

 

किसी भी मामले में जबरदस्ती गलत है।  हिन्दू-मुस्लिम विवाह (Hindu-Muslim marriage) के केवल एक पक्ष को देखते हुए कुछ लोग राजनीतिक (political interests) या सामाजिक स्वार्थ (social interest) के लिए काम करते है, यह गलत है।  इसलिए वास्तविकता को समझते हुए अन्याय की दीवार तोड़नी चाहिए।

 

 

राज्यपाल ने सूची मंजूर नहीं कि फिर भी काम रुकता नहीं है (Love Jihad)

 

 

ठाकरे सरकार (thackeray government) की शिफारिस वाले 12 सदस्यों के नाम की सूची राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) को पेश किये 7 महीने हो चुके है, लेकिन अभी तक नियुक्ति नहीं हुई है।  ऐसे में महाविकास आघाडी सरकार (Maha Vikas Aghadi Govt) वर्सेज राज्यपाल का संघर्ष शुरू हो गया है।  इस पर उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने कहा कि राज्यपाल कोश्यारी (Governor Koshyari) जब सूची मंजूर करेंगे तब करेंगे इसकी वजह से कोई काम रुकता नहीं है।  नेता एक फल देते हुए चार फोटो निकलवाते है।

कुछ नेता शोर मचाते है।  उन्हें शोर मचाने दे।  साथ ही नेता मूल मुद्दे को छोड़कर दिनभर कैमरे के सामने आते रहते है।

अधिवेशन (session) के पहले दिन सभागृह में हुए हंगामे पर उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ वह गलत था।  केंद्र में अलग और राज्य में अलग नियम है क्या ? नेतागण यह स्पष्ट करे।

 

 

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