थर्टी फर्स्ट की रात में खोया मासूम, लेकिन महिला पुलिस की मुस्तैदी से फ़ौरन मिला बच्चा

पुणे – थर्टी फर्स्ट की रात को करीब 10 बजे के आसपास फर्ग्युसन महाविद्यालय रास्ते पर भीड़ में एक छोटा बच्चा जोर-जोर से रो रहा था। तभी बंदोबस्त में तैनात एक महिला पुलिस वहां बच्चे के पास गयी। इस बीच एक महिला दूसरी महिला पुलिस अधिकारी से गुहार लगा रही थी कि मेरा बच्चा खो गया है, प्लीज उन्हें खोज दीजिये।’

पुलिस आयुक्तालय की महिला पुलिस कर्मचारी अमृता हरबा, वैशाली कौरव, हर्षा चांदगुडे व प्रियांका राजे ये सभी थर्टी फस्ट की रात को बंदोबस्त के लिए फर्ग्युसन महाविद्यालय रास्ते पर पहरा दे रहे थे। तभी एक बच्चा रास्ते पर बहुत रो रहा था। बाद में उसने अपना नाम मंत्र बताया। बच्चे ने कहा कि मेरी मां कही खो गयी है। इसके बाद पुलिस ने उस बच्चे को अपने पास रख लिया।

इसी दौरान वहां से करीब 200 मीटर की दूरी पर ही बच्चे की मां रोते हुए गोखले चौक की ओर जा रही थी। महिला ने पहले ही लापता बच्चे को खोजने के लिए पुलिस से गुहार लगाई। बाद में महिला पुलिस अधिकारी ने महिला से कही ‘रो मत, तुम्हारा बेटा तुम्हारे बगल में खड़ा है।’ यह सुनकर वह महिला फ़ौरन बच्चे की ओर भागी। पुलिसकर्मी अमृता हरबा और उसके साथियों ने बच्चे को महिला को सौंप दिया। महिला ने आभार जताते हुए पुलिस की तत्परता के लिए आभार व्यक्त किया।