Lockdown Relaxation | मुंबई के लिए अलग न्याय और पुणे के लिए अलग न्याय ? ; पुणे के महापौर का राज्य सरकार से सवाल 

मुंबई (Mumbai News), 3 अगस्त : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के शांत पड़ने के बाद मुंबई (Lockdown Relaxation) की दुकानें और संस्थाएं आज मंगलवार से सप्ताह में हर दिन रात 10 बजे तक खुली रखने की परमिशन दी गई है। दवा दुकानों को 24 घंटे खुले रखने की छूट (Lockdown Relaxation) दी गई है।  लेकिन होटल शाम 4 बजे तक ही खुले रहेंगे। सरकारी और प्राइवेट कार्यालय पूरी क्षमता से खुलेंगे। मुंबई (Mumbai) शहर, मुंबई, उपनगर और ठाणे इन तीन जिलों में प्रतिबंधों में छूट देने का सर्वाधिकार स्थानीय प्रशासन को दिया गया है।  लेकिन राज्य के पुणे, कोल्हापुर, सांगली, सातारा, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सोलापुर, नगर, बीड़, रायगढ़, पालघर इन 11 जिलों में प्रतिबंध (restriction) पहले की तरह बने रहेंगे।  इन 11 जिलों में शाम 4 बजे तक ही दुकानें खुली रहेंगी।

पुणे (Pune) में प्रतिबंध जारी रखने पर नाराजगी व्यक्त की जा रही है और इस मसले को लेकर राजनैतिक विवाद बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।  खास कर पुणे मनपा (Pune Municipal) में भाजपा की सत्ता होने की वजह से सत्ताधारी और विरोधियो में विवाद बढ़ने की आशंका है।  इस संबंध पुणे महापौर मुरलीधर मोहोल (Murlidhar Mohol) ने ट्वीट किया है।

मुंबई (Mumbai) के लिए अलग न्याय और पुणे (Pune) के लिए अलग न्याय ? उन्होंने कहा है कि पुणे शहर की पॉजिटिविटी रेट 4% होने के बावजूद इसे लेवल तीन में रखा गया है। यह पुणेवासियों के साथ अन्याय है। शहर में महीने भर में पॉजिटिविटी रेट 5 से 4% पर आ गई  है।

 

दूसरे ट्वीट में कहा है कि इस मसले को लेकर पालकमंत्री के साथ कोरोना समीक्षा बैठक में प्रतिबंधों में छूट देने को लेकर मांग की गई थी।  महापौर के तौर पर मैं शहर के व्यापारियों के साथ हूं।  इस मामले में राज्य सरकार (State government) न्याय दे।

 

 

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